अहमदाबाद | गुजरात के कच्छ से आगामी 15 जून को टकराने वाले बिपोरजॉय चक्रवात खतरनाक होता जा रहा है| चक्रवात के कारण गुजरात के समुद्र ने रौद्र रूप धारण कर लिया है| राज्य के सभी बंदरगाहों पर 2 नंबर का सिग्नल हटाकर 4 नंबर का सिग्नल लगा दिया है| फिलहाल चक्रवात पोरबंदर से 460 किलोमीटर दूर है और यह धीरे धीरे सौराष्ट्र के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है| चक्रवात और उसके बाद उत्पन्न होनीवाली स्थितियों को लेकर सरकार और प्रशासन एक्शन में आ गया है| चक्रवात को लेकर गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन भी अलर्ट हो गया है| मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गांधीनगर स्थित स्टेट इमर्जंसी ऑपरेशन सेंटर में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए तटीय क्षेत्र के जिला कलेक्टरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की| मुख्यमंत्री ने संबंधित कलेक्टरों को संभावित परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है| दूसरी ओर सौराष्ट्र के कई इलाकों में तेज हवा चल रही है| चक्रवात के कारण समुद्र में करंट दिखाई दे रहा है| जाफराबाद में चक्रवात का बड़ा असर दिखाई दे रहा है| जिसे देखते हुए लोगों से समुद्र किनारे नहीं जाने की हिदायत दी गई है| संबंधित जिलों में फायर विभाग को भी तैनात कर दिया गया है| वहीं पोरबंदर में चक्रवात को ध्यान में रखते हुए प्रशासन हरकत में है दुर्घटना टालने के लिए बड़े पेड़ों की छंटाई कर रहा है| फायर विभाग के जवान खतरनाक और झुके हुए पेड़ों की कटिंग कर रहे हैं| संभावित चक्रवात के चलते द्वारका के बंदरगाह पर भी 2 नंबर का सिग्नल हटाकर 4 नंबर का सिग्नल लगा दिया है| साथ ही मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है| तटीय क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की प्रशासन ने अपील की है| सूरत, मोरबी और गिर सोमनाथ समेत सभी तटीय इलाकों में चक्रवात को लेकर प्रशासनस सतर्क है और लोगों से समुद्र किनारे नहीं जाने की अपील कर रहा है|