भारतीय जूनियर हॉकी टीम शुक्रवार से जर्मनी के डसेलडोर्फ में शुरू हो रहे चार देशों के टूर्नामेंट में स्पेन के खिलाफ मुकाबले से विश्वकप की तैयारी शुरू करेगी। भारत का सामना 19 अगस्त को मेजबान जर्मनी से होगा। इसके दो दिन बाद टीम इंग्लैंड से खेलेगी। शीर्ष दो टीमों का सामना 22 अगस्त को फाइनल में होगा। भारतीय जूनियर टीम ने जून में ओमान में जूनियर एशिया कप जीतकर दिसंबर में क्वालालंपुर में होने वाले विश्वकप के लिए क्वालिफाई किया था।

भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को 2-1 से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीता था। अभ्यास शिविर में चोटिल हुए उत्तम सिंह की जगह विष्णुकांत सिंह भारतीय टीम की कमान संभालेंगे। उन्होंने हॉकी इंडिया द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा, हमारे पास मजबूत और अनुभवी खिलाड़ी हैं और पिछले कुछ टूर्नामेंटों की लय हम कायम रखेंगे। उन्होंने कहा, हमें आत्मविश्वास हासिल करने के लिए जीत के साथ आगाज करना होगा। यह टूर्नामेंट विश्व कप से पहले यूरोप की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलकर अनुभव हासिल करने के लिए अहम है। भारत को पिछली बार 2019 में मैड्रिड में अंडर 21 टूर्नामेंट में स्पेन ने 3-1 से हराया था।

स्पेन और भारत ने 2016 के बाद से एक-दूसरे के खिलाफ चार मैच खेले हैं जिनमें से तीन भारत ने जीते। जर्मनी और भारत ने 2013 के बाद से चार मैच खेले जिनमें से भारत ने तीन मैच जीते हैं। भुवनेश्वर में जूनियर विश्वकप 2021 में जर्मनी ने भारत ने 4-2 से हराया था। लखनऊ में 2016 जूनियर विश्वकप में इंग्लैंड को 5-3 से हराने के बाद से उसके खिलाफ भारत का यह पहला मुकाबला है। भारत के मुख्य कोच सी आर कुमार ने कहा, स्पेन, जर्मनी और इंग्लैंड मजबूत टीमें हैं। हमारा फोकस अपनी रणनीति पर अमल करके अपनी ताकत पर खेलने पर होगा।