बासुकीनाथ की नगरी में पांचवीं बार बड़ी भीषण अगलगी की घटना हुई। इस घटना में बासुकीनाथ सब्जी बाजार के समीप हरहर महादेव चौक से लेकर मुख्य बाजार के रास्ते चूड़ी गली तक आग लग गई।

इस आग लगने की घटना से रात्रि एक बजे तक छोटी बड़ी कुल तीन दर्जन के करीब दुकानें जलकर खाक हो गई। इसमें अधिकांश फुटपाथ दुकानदारों के समान पूरी तरह जलकर खाक हो गए। स्थानीय लोगों के द्वारा आग बुझाने का हर संभव प्रयास किया गया।

रात्रि एक बजे के करीब तक घटनास्थल पर दमकल वाहन नहीं पहुंची थी। इससे लोगों का गुस्सा भड़क उठा। लोगों के द्वारा जरमुंडी थाना पुलिस की सूचना दी गई।

पन्नी, तिरपाल और बांस से बनी हैं अधिकांश दुकानें

जरमुंडी थाना प्रभारी श्यामानंद मंडल ने बताया कि अग्निशमन विभाग को सूचना प्रेषित कर दी गई थी। घटना को लेकर लोग काफी आक्रोशित हैं।

बता दें कि बासुकीनाथ मुख्य बाजार क्षेत्र में अधिकांश दुकानें भोजनालय, खिलौने, प्रसादी, मनिहारी, चूड़ी की दुकान है। अधिकांश दुकानें पन्नी, तिरपाल, बांस से बनी हुई है। कुल तीन सिलेंडर विस्फोट से आग भड़कने की बात सामने आ रही है।

पन्नी, तिरपाल और बांस से बनी हैं अधिकांश दुकानें

जरमुंडी थाना प्रभारी श्यामानंद मंडल ने बताया कि अग्निशमन विभाग को सूचना प्रेषित कर दी गई थी। घटना को लेकर लोग काफी आक्रोशित हैं।

बता दें कि बासुकीनाथ मुख्य बाजार क्षेत्र में अधिकांश दुकानें भोजनालय, खिलौने, प्रसादी, मनिहारी, चूड़ी की दुकान है। अधिकांश दुकानें पन्नी, तिरपाल, बांस से बनी हुई है। कुल तीन सिलेंडर विस्फोट से आग भड़कने की बात सामने आ रही है।

जेसीबी की मदद से आग बुझाने की कोशिश

बासुकीनाथ नगर पंचायत के जेसीबी चालक रवि कुमार ने भीषण आग की परवाह न करते हुए झा मूर्ति चौक के रास्ते से चूड़ी गली में प्रवेश किया एवं धीरे-धीरे बढ़ रहे आग को रोकने का बेहद साहस के साथ कार्य किया।

उसने तेजी से बढ़ रहे आग को जेसीबी की मदद से एक जगह रोकने का प्रयास किया। भीषण आग के बीच भी जेसीबी ऑपरेटर रवि कुमार एवं बासुकीनाथ के स्थानीय युवा जी-जान से आग बुझाने के लिए लगे हुए थे। घटनास्थल पर लोगों का तांता लगा रहा।

पुरानी घटना को याद कर कोस रहे थे लोग

प्रशासन को पूर्व में पांच बार भीषण अगलगी की घटना के बावजूद बासुकीनाथ में दमकल की व्यवस्था नहीं होने पर स्थानीय दुकानदार एवं ग्रामीण प्रशासन को जमकर कोस रहे थे। बता दें की पूर्व में आगलगी की घटना के बाद जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन के वरीय पदाधिकारी ने स्थानीय दुकानदार एवं आमजनों का आश्वासन दिया था कि बासुकीनाथ में सालों भर दमकल वाहन की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन अब तक पहल नहीं हुई।

ऐसा रहा घटनाक्रम

  • रात 12.20 बजे आग लगी।
  • रात 1.10 बजे में नगर पंचायत से पानी भरा टैंकर पहुंचा
  • रात 1.25 बजे दमकल पहुंचा। 
  • दूसरा दमकल रात 1.45 बजे पहुंचा।
  • तीसरा दमकल रात 2.05 बजे पहुंचा।