नई दिल्ली । देश में धान और गेहूं सहित 10 फसलों की सेटेलाइट मैपिंग की जाएगी। सेटेलाइट मेपिंग के माध्यम से कृषि उत्पादन के अनुमान, फसलों का रकबा, प्राकृतिक आपदा की आशंका, मिट्टी की गुणवत्ता और मौसम के वास्तविक पूर्वानुमान को लगाया जा सकेगा। 
 केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है, कि राष्ट्रीय फसल पूर्वानुमान केंद्र, इसरो के साथ मिलकर यह कार्य संचालित करेगा। जिसमें 10 फसलों जिसमें धान, गेहूं, दलहन, सरसों, ज्वार,कपास, अरहर, जूट, गन्ना सहित 10 फसलों की मैपिंग की जाएगी। पूरी फसल चक्र के अनुसार बारिश सूखे और मिट्टी इत्यादि के बारे में किसानों और जिला प्रशासन को समय पर समय पर इसकी सूचना दी जाएगी। इसका असर खेती के क्षेत्र में बेहतर होगा।