उज्जैन. सिंदूर के बिना महिला का श्रृंगार अधूरा माना जाता है। सिंदूर को शकुन-अपशकुन से जोड़कर भी देखा जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि इसका असर वैवाहिक जीवन पर भी पड़ता है।

अगर विवाहित महिला सिंदूर न लगाए तो इसे अपशकुन समझा जाता है और यह भी कहते हैं इसका बुरा असर उसके पति पर भी हो सकता है। सिंदूर लगाने से जुड़ी कुछ बातें महिलाओं के लिए जानना बहुत जरूरी है। आगे जानिए इन बातों के बारे में.

1. किसी भी महिला को भूलकर भी दूसरी महिला के सिंदूर का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है इससे पति-पत्नी के बीच विवाद हो सकता है और उनके बीच दूरियां भी बढ़ती हैं।
2. महिलाएं जब भी सिंदूर लगाएं तो उस समय उनको माता पार्वती का ध्यान अवश्य करना चाहिए, क्योंकि देवी पार्वती ही अंखड सौभाग्य का वरदान देती हैं। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से पति की उम्र भी बढ़ती है।
3. फैशन के इस दौरा में महिलाएं अपना सिंदूर बालों में इस तरह छिपा लेती हैं कि किसी को नजर न आए, लेकिन ऐसा करना ठीक नहीं होता। धर्म ग्रंथों में स्पष्ट रूप से लिखआ है कि विवाहित महिला को रोज अपनी मांग में सिंदूर लगाना चाहिए। मान्यता है कि सिंदूर छिपाने से पति के सम्मान में कमी आ सकती है।
4. कुछ महिलाएं फैशन के नाम पर माथे के बीच में सिंदूर न लगाकर आस-पास कहीं भी लगा लेती हैं। ऐसा करना धर्म शास्त्रों में गलत माना गया है। इससे पति-पत्नी के रिश्ते खराब हो सकते हैं या पति पर कोई मुसीबत भी आ सकती है।
5. शास्त्रों के अनुसार, महिलाओं को रोज सुबह स्नान आदि करने के बाद ही अपनी मांग में सिंदूर लगाना चाहिए। बिना शुद्ध हुए यानी नहाए सिंदूर लगाना अपशकुन माना जाता है।
6. कई बार सिंदूर लगाते समय महिलाओं के हाथ से डिब्बी छूट जाती है तो वे उसे दोबारा डिब्बी में भरकर उपयोग में ले लेती हैं। जबकि ऐसा करना गलत माना गया है। जमीन पर गिरा सिंदूर मांग में नहीं लगाना चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।