केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आम बजट 2022 पेश किया। इसके बाद मध्यप्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। मप्र की बीजेपी सरकार और कांग्रेस के बीच जंग छिड़ गई है। CM शिवराज सिंह चौहान ने इस बजट को नए भारत के निर्माण का बजट बताया। शिवराज ने कहा कि समृद्ध, शक्तिशाली और विकसित निर्माण का बजट है। अधोसंरचना विकास के लिए राशि बजट में बढ़ाई गई है। इससे अधोसंरचना विकास के साथ रोजगार के नए अवसर बनेंगे। राज्यों को भी ज्यादा धन राशि उपलब्ध कराने के अवसर दिए गए हैं। इससे भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मध्यप्रदेश को भी सौगात मिली है। नदी जोड़ो परियोजना के तहत केन और बेतवा को जोड़ने पर 44 हजार करोड़ से अधिक धन राशि खर्च की जाएगी। इससे बुंदेलखंड बदल जाएगा।

कमलनाथ बोले- बजट जनता के साथ छलावा साबित

इस पर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि 7 वर्ष बाद बाद भी अगले 25 वर्ष के झूठे सपने दिखाए जा रहे हैं। जनता को आज पेश आम बजट से बेहद निराशा हुई है और यह बजट जनता के साथ छलावा साबित हुआ है। कमलनाथ ने कहा कि किसानों, युवाओं, महिलाओं, नौकरीपेशा वर्ग, मध्यम वर्ग किसी के लिए इस बजट में कुछ नहीं है। यह बजट किसान विरोधी, युवा विरोधी और आमजन विरोधी है। जो थोड़ी बहुत घोषणाएं बजट में की गई हैं , वह भी आगामी पांच राज्यों के चुनावों को देखते हुए ही की गई हैं।

कमलनाथ ने कहा कि बजट महज आंकड़ों की बाजीगरी से भरा व एक बार फिर झूठे सपने दिखाने वाला साबित हुआ है। इस बजट में किसी भी वर्ग के लिए कुछ नहीं है। आमजन इनकम टैक्स स्लैब में छूट बढ़ाने की मांग बड़े लंबे समय से कर रहे थे लेकिन कोई राहत प्रदान नहीं की गई। तीन कृषि कानून रद्द होने के बाद किसान एमएसपी पर गारंटी की मांग कर रहे थे लेकिन एमएसपी की गारंटी पर इस बजट में कोई बात नहीं , वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के जो झूठे सपने दिखाए गए थे , उस पर भी आज कोई बात नहीं..?

मोदी की कर नीति और राजा राम की नीति में कितना फर्क है : दिग्विजय

राज्यसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बजट को लेकर तीखी प्रक्रिया दी है। इसके लिए उन्होंने मोदीजी की कर नीति और राजा राम की नीति से तुलना की और कहा कि दोनों नीतियों में कितना फर्क है। मोदी सरकार की कर नीति में हीरे जवाहरात सस्ते हैं और अनाज महंगा है। वहीं राजा राम की कर नीति को एक चौपाई “मणि-माणिक महंगे किए, सहजे तृण,जल,नाज, तुलसी सोइ जानिए राम गरीब नवाज” से समझाया है।

सरकार के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का वादा पूरा होगा : ज्योतिरादित्य

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बजट की तारीफ की और कहा कि यह एक दूरदर्शी बजट है। यह सरकार के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के वादे को पूरा करेगा। बुनियादी ढांचे, कृषि और स्वास्थ्य देखभाल जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सरकारी खर्च में बढ़ोतरी हुई है। कमजोर लोगों के लिए सुरक्षा तंत्र का विस्तार होगा। अधिक से अधिक निजी निवेश के अवसर हैं। साथ ही कहा कि ‘एक सेवा के रूप में ड्रोन उद्योग और लाभार्थी क्षेत्रों दोनों के लिए विकास का एक प्रमुख चालक होगा।

यह बजट प्राचीन अर्थव्यवस्था के मूल स्तंभों पर आधारित है : प्रहलाद पटेल

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा है कि हमारी प्राचीन अर्थव्यवस्था के मूल स्तंभों कृषि, सेवा, चिकित्सा और सुयोग्य वितरण पर आधारित दूरगामी वित्तीय बजट है। जो आम आदमी के लिए दूरदर्शी प्रावधानों से भरपूर है।

तीसरी लहर के बाद भी जनता के हित का बजट : जगदीश देवड़ा

मप्र सरकार के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बजट पर कहा कि जनता की भावनाओं को लेकर यह बजट आया है। रोजगार, विकास और जनहित में यह बजट प्रस्तुत किया गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर का पूरा ध्यान रखा गया है। मुझे लगता है कि कोई विषय नहीं छूटा है। सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। कोरोना की लहर के बाद भी जनता के हित का बजट पेश किया है।

बेरोजगार के लिए कुछ नहीं है: पूर्व वित्तमंत्री तरूण भनोट

कांग्रेस सरकार में वित्त मंत्री रहे तरूण भनोट ने बीजेपी सरकार पर तंज कसा। भनोट ने कहा कि जो परंपरा मोदी सरकार वर्ष 2014 से निभा रही थी, उसका उन्होंने फिर से पालन किया है। यह ऐतिहासिक बजट इसलिए है, क्योंकि अडानी, अंबानी और चुंनिदा उद्योगपतियों की गोर भराई की परंपरा को बजट के माध्यम से निभाई है। बेरोजगार के लिए कुछ नहीं है। किसानों के लिए कुछ नहीं है। मंहगाई से परेशान मताओं, बहनों के लिए कुछ नहीं है।

आत्मनिर्भर भारत को ताकत देने वाला बजट: वीडी शर्मा

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा- यह आम बजट आगामी 25 वर्षों की दूरदर्शिता का बजट है। आत्मनिर्भर भारत को ताकत देने वाला बजट है। आम लोगों की जो मूल आवश्यकता है, उसे पूरा करने वाला बजट कह सकते हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन, युवाओं के रोजगार के नए अवसर सृजित होने वाले हैं। इस बजट के माध्यम से मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के क्षेत्र में केन बेतवा लिंक परियोजना को 44605 करोड़ का प्रावधान किया गया है।

आम जनता की कमर तोड़ने वाला बजट : सज्जन वर्मा

कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बजट को आम जनता की कमर तोड़ने वाला बताया। वर्मा ने कहा कि मिडिल क्लास, गरीब को कोई राहत नहीं। “टैक्स वसूली” पर फिर मोदी सरकार का फोकस है। यह 'अंबानी-अडानी' वाला बजट है।