भोपाल। गोविंदपुरा थाना इलाके में स्थित सीआईएसएफ मैदान में चल रही शारीरिक दक्षता परीक्षा में बड़े भाई के स्थान पर शामिल होने वाले छोटे भाई को सीआईएसएफ के सब इंस्पेक्टर ने ही दबोच लिया। बताया गया है कि सीआईएसएफ को पहले ही एसटीएफ से इनपुट मिला था, कि आरोपी ने 23 जनवरी को बिलखिरिया स्थित ट्रिनिटी कॉलेज में हुई लिखित परीक्षा भी अपने भाई की जगह देकर पास करा दी थी। जिसका मार्च 2023 में रिजल्ट आया था। जिसके बाद उसपर नजर रखी जा रही थी। एसटीएफ को सूचना मिली थी, कि सतेंद्र पाल सिंह ने एसएससी की लिखित परीक्षा पास की है, लेकिन उसके स्थान पर उसका छोटा भाई अंकित शारीरिक परीक्षा दे रहा है। थाना पुलिस के अनुसार सीआईएसएफ में पदस्थ एसआई दयाशंकर ने शिकायत करते हुए बताया कि गोविंदपुरा सीआईएसएफ मैदान में शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में एसएससी की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को शामिल किया गया था। जिसमें ग्राम- सटकई, पोस्ट- जलालपुर, फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला सत्येंद्र पाल सिंह (23) पुत्र नेपाल सिंह अपने भाई अमित सिंह की जगह पर फिजिकल टेस्ट देने पहुंचा था। शारीरिक परीक्षा सतेंद्र पाल सिंह की होनी थी, लेकिन उसने अपनी जगह छोटे भाई अमित सिंह को फिजिकल टेस्ट में शामिल कर दिया। जॉच में सामने आया कि आरोपी सतेंद्र पाल सिंह गुर्जर समाज का है, और उसने सीआईएसएफ में भर्ती होने के लिए जबलपुर से फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवा लिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही है। पुलिस आरोपी सतेंद्र को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर यह भी पूछताछ करेंगी की उसने ने फर्जी तरीके से और भी परीक्षा और टेस्ट दिये है, या नहीं। पुलिस ने बताया कि पकड़ाया आरोपी सत्येंद्र बीएससी पास है, और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। उसका छोटा भाई अमित भी बीएससी पास है, जबकि बड़ा भाई मानवेंद्र सिंह 12वीं पास करके नेवी ज्वाइन कर ली, वह इस वक्त केरल में पदस्थ है। उसके पिता खेती-किसानी करते हैं। फिजीकल टेस्ट देने के लिये शातिर आरोपी 10 मई को दिल्ली से हवाई जहाज से भोपाल आया था, लेकिन उसने प्लेन का टिकट अंकित सिंह के नाम पर लिया था। इसके बाद वह भोपाल में एक होटल में ठहरा, और सत्येंद्र ने होटल का कमरा भी अंकित के नाम पर ही लिया। उसके पास मिला आधार व पैन भी अंकित सिंह के नाम का है।