उत्तरकाशी टनल हादसे के बाद जारी रेस्क्यू ऑपरेशन अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। मजदूरों को भी धीरे-धीरे बाहर निकाला जा रहा है। श्रमिक को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है।

बता दें कि 16 दिनों के संघर्ष के बाद 17वें दिन बड़ी सफलता मिली है। अंतत: सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को सही सलामत बाहर निकालने के लिए काम चल रहा है। इसमें झारखंड के भी 15 श्रमिक शामिल हैं। सभी को धीरे-धीरे करके निकालने का काम चल रहा है।

उधर, श्रमिकों के परिवारवालों ने भी राहत की सांस ली है। एक ओर जहां श्रमिकों को दोबारा जिंदगी मिली है तो वहीं दूसरी ओर श्रमिकों के परिजनों की जान में जान आई है। कुछ श्रमिकों के परिवारवाले टनल के पास हैं और स्वागत की तैयारी कर रहे हैं।

वहीं, सिल्कयारा सुरंग में फंसे झारखंड के एक श्रमिक की मां ने कहा कि मेरा बेटे 17 दिन टनल में फंसा है। मेरा बेटा जब बाहर आएगा तो मुझे खुशी होगी। जब तक मैं इसे अपनी आंखों से नहीं देखू लूंगी, मुझे विश्वास नहीं होगा।

उधर, सिलक्यारा सुरंग में फंसे झारखंड के 15 श्रमिकों के लिए झारखंड सरकार ने घर वापस लाने की तैयारी कर रखी है। सरकार ने एलान किया है कि सभी श्रमिकों को हवाई मार्ग से घर लाए जाएंगे। सभी मजदूर झारखंड के अलग-अलग जिलों से हैं। हेमंत सोरेन सरकार की टीम उत्तरकाशी में मौजूद है।