पत्नी ने अपने भाई की मदद से पति को ही मौत के घाट उतार दिया
रायगढ़ । घरेलू विवाद में ससुराल छोड़कर मायके जाने के दौरान दूधमुंहे बेटे को रखने की बात को लेकर उपजे विवाद में पत्नी ने अपने भाई की मदद से पति को ही मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है वहीं उसके फरार भाई की तलाश की जा रही है। मामला लैलूंगा थाना क्षेत्र का है। हत्याकांड की विवेचना कर रहे सहायक उपनिरीक्षक चंदन सिंह नेताम ने बताया कि लैलूंगा से तकरीबन 35 किलोमीटर दूर ग्राम सिहारधार निवासी दिनेश गोंड पिता स्व. जलसाय (30) मजदूरी करता था। वहीं जशपुर जिले के बागबहार थानांतर्गत कोतबा चौकी के ग्राम राजआमा निवासी लक्ष्मी नामक (22) की मजदूर के साथ काम करने के दौरान दोनों में अंतरंग संबंध होने पर 2 साल पहले वह गर्भवती हो गई। ऐसे में पंचायत की बैठक होने पर दिनेश ने उसे पत्नी के रूप में अपना लिया और वर्तमान में उनका डेढ़ साल का एक मासूम बेटा भी है। प्रेम विवाह के बाद भी पति और पत्नी के बीच आए दिन किसी न किसी बात को लेकर कहासुनी होने पर ससुराल छोडक़र मायके जाने का निर्णय लेने वाली लक्ष्मी ने फोनकर अपने भाई रविदास को लेने आने के लिए सिहारधार कहा। 22 नवंबर को दिनेश और लक्ष्मी गांव के दासरी लाल भगत के यहां धान काटने गए। दोपहर खाना खाने के लिए वे घर पहुंचे तो लक्ष्मी नहाने के लिए गई। इस दौरान राजआमा से रविदास अपने एक दोस्त के साथ मोटर सायकिल से लक्ष्मी को लेने सिहारधार पहुंचा। लक्ष्मी अपने भाई के साथ खाना खाने के बाद दूधमुंहे बच्चे को लेकर मायके जाने निकल रही थी तो दिनेश ने उसे रोका भी मगर वह नहीं मानी।
ऐसे में दिनेश लक्ष्मी की गोद से अपने बेटे को छीनते हुए कहने लगा कि बच्चे को छोडक़र मायके जाना है तो जाओ। बगैर बेटे के मायके जाने के लिए लक्ष्मी जब जिद करने लगी तो दिनेश ने उसे थप्पड़ मार दिया। दिनेश को आक्रोशित देक लक्ष्मी भी चिल्लाने लगी तो रविदास ने वहां पड़े डंडे को उठाकर लक्ष्मी को थमा दिया। इस पर लक्ष्मी ने डंडे से दिनेश के सिर पर डंडे से तीन-चार बार वार कर दिया और अपने बेटे को लेकर भाई रविदास के साथ बाइक में बैठकर मायके निकल गई। घायल दिनेश को उसकी मां तथा बहन ने ग्रामीणों की सहायता से उसे नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गई तो प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे रायगढ़ रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज हास्पिटल में दाखिल दिनेश की सघन इलाज के बाद भी हालत में सुधार नहीं होने पर डाक्टरों ने उसे डीकेएस हास्पिटल रायपुर भेजने की सलाह दी। दिनेश के परिवार के पास इलाज के लिए पैसे न होने पर उन्होंने घायल दिनेश को शनिवार को अपने घर ले जाने के लिए रवाना हुए। लेकिन घायल दिनेश की रास्ते में मौत हो गई। घायल युवक की मौत की जानकारी मिलने पर लैलूंगा थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने पुलिस टीम को राजआमा भेजते हुए लक्ष्मी को उसके मायके से गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल दाखिल कराया। साथ ही धारा 302, 34 के तहत मुकदमा पंजीबद्ध कर पुलिस फरार रविदास की तलाश में जुट गई है।