उज्जैन ।   उज्जैन जिले के अशोक नगर स्थित जयवीर हनुमान मंदिर में हर साल एक अनूठा भंडारा होता है। जैसे शादियों में दाल-बाफले, लड्डू का भोजन कराया जाता है, ठीक उसी प्रकार यहां के भंडारे में प्रसादी की व्यवस्था की जाती है। आने वाले भक्तों के लिए बकायदा कुर्सी पर बैठक व्यवस्था की जाती है और थाली रखने के लिए टेबल भी लगाई जाती है। सुनील चावण्ड और उनकी टीम एक सप्ताह पहले से घर-घर जाकर न्योता बांटना शुरू कर देते हैं। यह भंडारा हनुमान जयंती के अवसर पर हर साल वार्ड क्रमांक 43 के पार्षद और इनकी मित्र मंडली मिलकर कराती है। भंडारे के आयोजक और वार्ड क्रमांक 43 के भाजपा पार्षद सुनील चावंड ने बताया कि करीब 15 साल से वे इस भंडारे का आयोजन कर रहे हैं।मंदिर की परंपरा के अनुसार सबसे पहले भोग अशोक नगर स्थित जयवीर हनुमान मंदिर में लगाया जाएगा। इसके बाद रात से भंडारे की शुरुआत होगी। आज रात को भी भगवान हनुमान को भोग लगाने के बाद इस भंडारे की शुरुआत होगी। भंडारे में दाल, बाफले, लड्डू और कड़ी बनाई जाएगी। इसके लिए करीब 50 क्विटंल आटा और 300 किलो शुद्ध घी का उपयोग किया जाएगा। आयोजक सुनील चावंड ने बताया कि भंडारे के लिए भोजन बनाने का काम 50 हलवाई कर रहे हैं, जबकि भोजन परोसदारी व्यवस्था 500 कार्यकर्ता संभालेंगे। हर बार की तरह इस बार भी भक्तों को भोजन टेबल पर बैठाकर कराया जाएगा। महिला और पुरुषों के लिए बैठक व्यवस्था अलग-अलग की जाएगी। भंडारे के लिए आज सुबह से ही भोजन प्रसादी बनना शुरू हो गई हैं।

15 साल से तैयार कर रहे हैं भंडारे की रसोई

इस विशाल भण्डारे को तैयार करने वाले खास व्यक्ति हैं, उज्जैन के हलवाई प्रकाश चावंड। उनके साथ 50 हलवाई और 20 कारीगरों की टीम हैं जो हर साल इस विशाल भण्डारे की जिम्मेदारी संभालते हैं। सुनील चावंड बताते हैं कि बीते 15 साल से प्रकाश जी इस भंडारे की प्रसादी बना रहे हैं। खास बात यह हैं कि इनकी रसोई का स्वाद जैसे 14 साल पहले था वैसा ही आज है।