जयपुर । केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत परिवर्तन यात्रा के दौरान अपने एक विवादित बयान को लेकर चर्चा में आ गए है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल को अरब सागर में फेंकने की बात कही। शेखावत ने यह बयान बीकानेर में परिवर्तन यात्रा की सभा में कही। इतना ही नहीं शेखावत ने प्रदेश में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर भी राज्य सरकार पर हमला बोला। 
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार के मुखिया दुष्कर्म के मामलों को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। शेखावत ने कहा कि जिस दिन धारीवाल ने कहा कि राजस्थान पुरुषों का प्रदेश है, उस दिन राजस्थान का अपमान हुआ। शेखावत ने कहा कि वह उलटे ताली बजा रहे थे, कांग्रेस के सभी विधायक नपुंसक नपुंसकों की तरह ताली बजा रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मतदान के कारण ही देश में सनातन और हिंदू धर्म सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान की मर्दानगी पर कालिख पोतने का काम किया है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह अब भी कैबिनेट का हिस्सा हैं।जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जिस व्यक्ति को उठाकर अरब सागर में फेंक देना चाहिए वह अभी भी मंत्री है। उन्होंने कहा कि जब इस सरकार को पता चला कि हमारी फाइल बंद होने वाली है तो ये मुफ्त की चीजें लेकर आईं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या मुफ्त की घोषणा करके कोई राजस्थान की जनता का ज़मीर खरीद सकता है? केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत परिवर्तन यात्रा के दौरान कहा कि ये सरकार फेल हो गई है और इसकी फाइल निपटने वाली है। यहीं कारण है ये फ्री का सामान लेकर आए हैं। शेखावत ने आगे निशाना साधते हुए कहा कि हर महीने राजस्थान की जनता की जेब से हजारों करोड़ रुपए निकाले जा रहे हैं। 100 यूनिट बिजली के नाम पर राजस्थान की जनता का जमीर खरीदा नहीं जा सकता। क्या सौ यूनिट बिजली के पीछे आप बिक जाएंगे क्या?