पाली जिले में सोमवार को हुए  हादसे में टीले पर खेल रहे दो भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई। मिट्टी में दोनों 10 और 11 साल के बच्चे धंस गए। दम घुटने से उनकी मौत हो गई। पाली जिले के रायपुर मारवाड़ कस्बे के निकट यह हादसा हुआ, और घर के निकट ही मिट्टी के टीले पर खेल रहे दो भाई मिट्टी ढहने से उसके नीचे दब गए जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार पाबूर कीरो की ढाणी में अपने घर के पास को रुपाराम चौकीदार का 10 वर्षीय पुत्र लक्की और माणकराम चौकीदार का 11 वर्षीय पुत्र सूरज (11) घर के निकट ही स्थित मिट्टी के ढीले पर खेल रहे थे, जबकि घर से बड़े सदस्य मजदूरी पर गए हुए थे। 

इस दौरान अचानक इस टीले की मिट्टी ढह गई और दोनों भाई मिट्टी के ढेर के नीचे दब गए। जिससे उनकी मौत हो गई।

खेलने गए बच्चे जब घर नहीं लौटे, तो एक बच्चे की मां नारायणी देवी बच्चों को ढूंढने आस-पास गई, लेकिन उसे कहीं बच्चे दिखाई नहीं दिए। ग्रामीणों से पूछताछ करने पर भी उनके बारे में कोई सूचना नहीं मिली।

इसके बाद नारायणी देवी घर के निकट ही टीले की तरफ उन्हें ढूंढने गई, तो वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। जब वह टीले के पास पहुंची, तो उसे दोनों बच्चों के पांव मिट्टी के बाहर निकले हुए दिखाई दिए। इस पर उसने अपने जेठ के बेटे गोविंद को घबराते हुए आवाज लगाई। नारायणी देवी की आवाज सुनकर पास ही में मकान बना रहे अन्य मजदूर और ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे और मिट्टी में दबे  दोनों मासूम बच्चों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी।

जानकारी के अनुसार सूरज अपने पिता माणकराम का इकलौता पुत्र था, वहीं रूपाराम के पांच पुत्र और एक पुत्री हैं। इनमें से एक पुत्र की सोमवार को मौत हो गई। इस घटना के बाद दोनों ही घरों में कोहराम मच गया। दोनों कजन भाई थे।