झारखंड विधानसभा का 23वां स्थापना दिवस बुधवार को मनाया जाएगा। स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन करेंगे। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उपस्थित रहेंगे। समारोह के दौरान मनिका के कांग्रेस विधायक रामचन्द्र सिंह को भगवान बिरसा मुंडा उत्कृष्ट विधायक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा देश की सीमा की रक्षा में शहीद जवानों और उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जाएगा।

समारोह की शुरुआत विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो स्वागत भाषण से करेंगे। विधानसभा के चयनित छह उत्कृष्ट पदाधिकारी, कर्मचारी को स्वर्गीय कपिलेश्वर प्रसाद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इनमें झारखंड विधानसभा के संयुक्त सचिव मिथिलेश कुमार मिश्रा, अवर सचिव विष्णु पासवान, प्रशाखा पदाधिकारी नीलेश कुमार सिंह व नियाज अहमद, वरीय सचिवालय सहायक तापस कुमार यादव और अनुसेवक माइकल लकड़ा शामिल हैं।

कल सुरों की महफिल सजाएंगे कलाकार
विधानसभा स्थापना दिवस समारोह का समापन गुरुवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम से होगा। इस अवसर पर झारखंड के लोकगीतों की प्रस्तुति होगी। इसके अलावा पार्श्व गायक जावेद अली, हास्य कलाकार रविंद्र जानी, गजल गायक कुमार सत्यम सांस्कृतिक संध्या को यादगार बनाएंगे।

अपने साथ अस्तित्व में आए राज्यों से आगे बढ़ेगा झारखंड : विधानसभा अध्यक्ष
झारखंड विधानसभा के 23 वर्षों के कार्यकाल पर विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने कहा कि अब समय आ गया है कि झारखंड अपने साथ अस्तित्व में आए राज्यों से भी विकास के मामले में आगे बढ़े। राज्य में विकास की गति तेज हुई है। इसमें और तेजी आएगी। विधानसभा की कार्यवाही भी गरिमामयी तरीके से चल रही है। ऐसा भी होता है कि कई बार विधायक आक्रामक होकर विधायी व्यवहार से थोड़ा अलग हो जाते हैं, लेकिन कुल मिलाकर देखा जाए तो झारखंड विधानसभा सही तरीके से चल रहा है। दल-बदल से संबंधित मामलों पर उन्होंने कहा कि इसके समाधान करने के लिए वह सदैव तत्पर हैं।

प्रोटेम स्पीकर ने 20 नवंबर 2000 को ली थी शपथ
झारखंड विधानसभा का स्थापना दिवस 22 नवंबर को मनाने की परंपरा है। वर्ष 2000 में इसी दिन प्रथम विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने शपथ ग्रहण किया था और विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत हुई थी। झारखंड विधानसभा की आधिकारिक वेबसाइट पर 20 नवंबर को विधानसभा स्थापित होने का उल्लेख है। वस्तुत: 20 नवंबर, 2000 को प्रोटेम स्पीकर विशेश्वर खां को राज्यपाल ने शपथ दिलाई थी। इसके अगले दिन उन्होंने तत्कालीन विधायकों के शपथ ग्रहण की औपचारिकता पूरी की। 22 नवंबर, 2000 को पहले विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी को शपथ ग्रहण के साथ ही पहले सत्र की शुरुआत हुई। आरंभ से इसी दिन को स्थापना दिवस के तौर पर मनाया जाता है।