श्रावण की सोमवारी को लेकर शहर में कांवड़ियों की रिकार्ड भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। अनुमान है कि करीब दो लाख कांवड़ियां बाबाधाम पहुंचेंगे। मलमास के दौरान फांकाकसी के बाद एक बार फिर से जहां कारोबारी, दुकानदार, पुरोहित वर्ग काफी खुश है, वहीं प्रशासन की सांस फूल रही हैं।

भीड़ नियंत्रण को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्‍तैद

कांवड़ियों को सुलभ और शांतिपूर्ण दर्शन कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। इसको लेकर उपायुक्त विशाल सागर व एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने मेला क्षेत्र का जायजा लिया। भीड़ नियंत्रण को लेकर पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। एसपी ने शनिवार की रात पदाधिकारियों संग बैठक कर मेला व्यवस्था को लेकर गहन विचार-विमर्श किया। इस दौरान सोमवारी के मौके पर कैसी तैयारी करनी है इसको लेकर खास चर्चा की गई।

अलर्ट मोड पर सभी 2 क्यूआरटी टीम 

कतार को कैसे नियंत्रण करना है, कतार को कैसे तेजी से बढ़ाना है इसको लेकर एसपी ने निर्देश दिया। साथ ही मंदिर के अंदर ज्यादा से ज्यादा कांवड़ियों को कम से कम समय में जलार्पण कराने को कहा गया। वहीं पूजा कर बाहर निकालने वाले कांवड़ियों के मंदिर परिसर से जल्दी से जल्दी बाहर निकालने पर फोकस करने की बात भी कही। एसपी ने सभी क्यूआरटी को अलर्ट मोड में रहने को कहा। जानकारी हो कि सोमवारी को भीड़ नियंत्रण व सुलभ जलार्पण को लेकर 22 क्यूआरटी टीम का गठन किया गया है। बैठक में एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, डीएसपी मंगल सिंह जामूदा, आलोक रंजन, एसडीपीओ धीरेन्द्र नारायण बंका, विनोद रवानी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

सभी बस पड़ाव हो गए फुल

मेला में बाहर से आने वाले वाहनों के ठहराव के लिए तीन बड़े बस पड़ाव बनाए गए हैं। लेकिन शनिवार रात तक ही सारे बस पड़ाव लगभग फुल हो चुके थे। इसको देखते हुए प्रशासन के माथे पर पसीना नजर आने लगा है। लगातार गाड़ियों का रैला आ रहा है। बस पड़ाव के अलावा अन्य काफी गाड़ियां खड़ी हैं।