चंडीगढ़ : सतलुज-यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) के मुद्दे पर एक बार फिर से पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के बीच बैठक होगी। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने चार जनवरी को दिल्ली में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बैठक में बुलाया है। केंद्र के हस्तक्षेप के बाद यह बैठक बुलाई गई है। हालांकि इससे पूर्व चंडीगढ़ में हुई दोनों मुख्यमंत्रियों की बैठक बेनतीजा रही थी। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने हाथ जोड़कर एसवाईएल का पानी देने से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को इनकार कर दिया था।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए एसवाईएल निर्माण के लिए समय सीमा तय करने को कहा था। इसके जवाब में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि उनके राज्य में पानी नहीं है, ऐसे में नहर निर्माण का सवाल ही नहीं उठता। अगर हरियाणा में पानी की कमी है तो प्रधानमंत्री से संपर्क कर यमुना व गंगा से पानी की व्यवस्था का अनुरोध कर सकते हैं। नवंबर माह में दो घंटे तक चली मैराथन बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला तो मान ने तय एजेंडे के तहत यह कहकर बात समाप्त कर दी कि इस मामले में प्रधानमंत्री ही बैठक कर कोई हल निकाल सकते हैं।

इस मामले में अब चार जनवरी को क्या हल निकलता है यह देखना होगा, क्योंकि अभी तक की सभी बैठकों में एसवाईएल के पानी का कोई हल नहीं निकाला।