जयपुर : सिक्किम के जेमा में शुक्रवार को आर्मी का ट्रक खाई में गिरने से 16 जवान शहीद हो गए थे। हादसे में राजस्थान के तीन जवान भी शहीद हो गए। तीनों जवान का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गांव पहुंचेगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।  सिक्किम हादसे में जैसलमेर के जोगा गांव के रहने वाले सूबेदार गुमान सिंह सोलंकी, जोधपुर के सूखाराम और झुंझुनू के मनोज कुमार यादव शहीद हो गए। शहीद मनोज यादव की पार्थिव देह शनिवार देर रात झुंझुनू के पचेरी कलां थाने पहुंची। माजरी के ग्रामीणों ने मनोज के लिए तिरंगा यात्रा निकाली है। 'मनोज यादव अमर रहे' के जयकारे से माजरी गुंजामान है। वहीं जैसलमेर के गुमान सिंह का भी पार्थिव देह जोगा गांव लाई जा रही है। 

मनोज कुमार महज 27 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हो गए। मनोज झुंझुनू के सिंघाना पंचायत समिति के मांजरी गांव में रहने वाले थे। वे डेढ़ महीने पहले ही घर आए थे और छुट्टियां बिताकर वापस ड्यूटी पर गए थे। वे 1871 फील्ड रेजीमेंट में लांस नायक पद पर कार्यरत थे। उनका बड़ा भाई प्रमोद कुमार भी बीएसएफ में तैनात है। 

हादसे में जैसलमेर के जोगा गांव के निवासी सूबेदार गुमान सिंह भी शहीद हो गए थे। सूबेदार गुमान सिंह पांच दिन पहले ही जैसलमेर से छुट्टी से वापस ड्यूटी पर गए थे। गुमान सिंह के परिवार में मां, पत्नी रेखा कंवर और पांच बच्चे हैं। जिनमें तीन बेटियां और दो बेटे हैं। गुमान सिंह 27 साल पहले भारतीय सेना में शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि 10 महीने बाद ही वे सेना से रिटायर होने वाले थे। उनके शहीद होने की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है। सुखाराम का भी गांव सांवतकुआं में अंतिम संस्कार होगा। इसके लिए पार्थिव देह जोधपुर से गांव ले जाई जा रही है।