चीन के लॉकडाउन से टेस्ला को हो रहा अरबों का नुकसान
वॉशिंगटन । चीन में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है जिसके चलते यहां लॉकडाउन लगाना पड़ा जिसके चलते उद्योग धंधे खासे प्रभावित हो रहे हैं। टेस्ला के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क को चीन के लॉकडाउन से अरबों का नुकसान हो रहा है। एलन मस्क ने कहा कि जर्मनी और अमेरिका में टेस्ला की नई फैक्ट्रियों को चीन में बैट्री की कमी और आपूर्ति के कारण अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है। एलन मस्क ने अपनी दोनों फैक्ट्रियों को पैसा जलाने वाली भट्टियां बताया। चीन में कोरोना वायरस के फैलते हुए प्रकोप के कारण इस साल सख्त लॉकडाउन लगाए गए। चीन की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले शंघाई शहर में कोविड-19 के कारण जीरो कोविड पॉलिसी के चलते सख्त लॉकडाउन लागू किया गया। शंघाई में ही टेस्ला की एक बड़ी फैक्ट्री है। लॉकडाउन के कारण यहां निर्माण कार्य पूरी तरह कठिन हो गया। शंघाई की फैक्ट्री में टेस्ला कार की बैट्री और कार का निर्माण किया जाता है। इस फैक्ट्री में एक दिन में 2500 कार बनाने की क्षमता है। हाल के हफ्तों में एलन मस्क ने छंटनी की भी चेतावनी दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक एलन मस्क ने कहा, 'बर्लिन (जर्मनी) और ऑस्टिन (अमेरिका) की फैक्ट्री पैसा जलाने वाली बड़ी-बड़ी भट्टियां हैं। यहां पर सिर्फ पैसा जलने का आवाज सुनाई देती है।' उन्होंने आगे कहा, 'इस समय इन प्लांट्स में अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है। इन फैक्ट्रियों के लिए बड़ा खर्च हो रहा है और शायद ही कुछ उत्पादन हो।' एलन मस्क ने कहा कि इस साल की शुरुआत में खोली गईं गीगाफैक्ट्रियां उत्पादन बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। ऑस्टिन में टेस्ला साइट वर्तमान में छोटी संख्या में कारों का उत्पादन करती है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी बैट्रियों के कुछ हिस्से चीन के बंदरगाह पर फंस गए हैं और उन्हें वहां से लाने वाला कोई नहीं है। मस्क ने कहा कि ये तेजी से ठीक हो सकता है, लेकिन इसके लिए बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शंघाई का बंद होना टेस्ला के लिए बहुत कठिन है।