भोपाल । असामाजिक तत्वों को वंदे भारत एक्सप्रेस रास नहीं आ रही है। यह वजह है कि मध्यम गति वाली ट्रेन को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है। इस ट्रेन पर एक बार पुन: पथराव किया गया, जिससे उसके 30 कांच चटक गए। असामाजिक तत्वों ने पांच कोचों को निशाना बनाया, इस वजह से दहशत में यात्री दहशत में है। 
 यह घटना बीते एक हफ्ते में ग्वालियर से हजरत निजामुद्दीन के बीच हुई है। अब भोपाल रेल मंडल इन कांचों को बदलवा रहा है। अभी तक 16 कांच बदल दिए हैं। बाकी के कांच अगले एक सप्ताह में बदले जाएंगे। भोपाल रेल मंडल में तकनीकी टीम से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस में लगे कांच मजबूत होते हैं। ये पत्थरों की मार से बिल्कुल नहीं टूटेंगे। इनमें खरोंच आती है। पत्थर की मार पड़ने पर ऐसे दिखते हैं जैसे इनमें दरारें आ गई हों। 
भोपाल रेल मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रैक के किनारे असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, जो ट्रेन को नुकसान पहुंचाने की मंशा से पत्थर मारते हैं। इन असामाजिक तत्वों को खोजने के लिए स्थानीय स्तर पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) व शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) को सूचित किया है। स्थानीय स्तर पर टीमें लगाईं हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस के टूटे हुए कांच को बदलने के लिए भोपाल रेल मंडल ने मुंबई की एक निजी कंपनी को आर्डर दिया है। यहां से कुछ कांच मिल गए हैं और बाकी के कांच में देरी हो रही है। 
कांच मिलने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। इस बारे में भोपाल रेल मंडल के प्रवक्ता सूबेदार सिंह का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस पर हजरत निजामुद्दीन से आगरा के बीच और ग्वालियर के आसपास बीते सप्ताह पत्थर मारे जाने की घटना हुई थी। जिसकी वजह से पांच कोच के 30 कांच क्षतिग्रस्त हुए थे। उपलब्धता के आधार पर इन्हें बदला जा रहा है। किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। जिन रेलखंडों में ट्रेन पर पत्थर मारे गए हैं, उन रेलखंडों में आरपीएफ व जीआरपी को सूचित कर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।