नीमच से राजेश भंडारी

केन्द्र सरकार द्वारा घोषित अवकाश को बदलना उचित नहीं है

नीमच  ।   केन्द्र सरकार ने श्री महावीर जन्म कल्याणक 4 अप्रैल को अवकाश घोषित किया हुआ है । जिस पर पहले राजस्थान सरकार ने 4 अप्रैल की जगह 3 अप्रैल का अवकाश घोषित किया, अब मध्यप्रदेश सरकार ने भी 3 अप्रैल को अवकाश की घोषणा कर दी, जिस पर संपूर्ण देश के श्वेतांबर जैन समाज में असमंजस की स्थिति बनी हुई है । केन्द्र सरकार के निर्णय को बदलने के पूर्व मध्यप्रदेश सरकार ने जैन समाज के सभी घटकों को विश्वास में लेकर निर्णय करना चाहिए था व केन्द्र सरकार के निर्णय को बदलना उचित नहीं है । यह समाज में मतभेद को बढ़ाने का कार्य करेगा । श्री जैन श्वेताम्बर मालवा महासंघ हमेशा समाज को जोड़ने का काम  करता है । 

आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के अध्यक्ष श्री दिलसुखराज कटारिया, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष मेहता, संगठन प्रमुख राजेश मानव, अभय चोपड़ा, महासचिव राजेंद्र करणपुरिया, वीरेंद्र जैन एवं प्रबंधक प्रसन्न लोढ़ा, सुनील जैन रायपुरिया, अभय वागरेचा, गौतम जैन आदि ने बताया कि श्री महावीर जन्म कल्याणक 4 अप्रैल  2023 को ही मनाया जावेगा । इस सम्बन्ध में कई पूज्य गच्छनायक एवं आचार्य भगवंतों से विचार-विमर्श कर यह निर्णय लिया गया है । अतः राष्ट्रीय स्त्तर पर हम रह आव्हान करते है कि सामाजिक एकता को बरकरार रखते हुए परमात्मा का जन्मकल्याणक 4 अप्रेल को धूमधाम से मनायें । जैन समाज को अवकाश का मोह त्याग कर प्रभु आज्ञा को शिरोधार्य करना चाहिए,  सामाजिक समरसता ज्यादा महत्वपूर्ण है, श्री जैन श्वेताम्बर समाज  एकजुट होकर महावीर जन्मोत्सव का आनंद लेवें ।  महासंघ के उपाध्यक्ष महेंद्र सुंदेचा ने कहा कि राज्य सरकारों को केन्द्र सरकार द्वारा घोषित अवकाश में अनावश्यक फेरबदल नहीं करना चाहिए, इससे अच्छा संदेश नहीं जाता है ।