दौसा । जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोली मारकर हत्या करने में 4 संदिग्ध गिरफ्तार किया है। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के प्रयास में अपराधियों ने मृतक की जेब में जिंदा कारतूस रखे और घटनास्थल पर बंदूक फेंक दी जिससे पुलिस यह आत्महत्या मान ले। पुलिस की गहन जांच में सच्चाई सामने आ ही गई। गुरुवार शाम को ब्रह्मबाद गांव में रहने वाले बट्टू मीना की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद बट्टू मीना के टेंट व्यवसाय के कारोबारी जितेश मीना ने आरोप लगाया कि पीड़ित ने वीडियो कॉल से बताया था कि उस पर हमला हो रहा है। 
जितेश मीना की संलिप्तता की जांच करने पर पता चला कि मृतक बट्टू मीना कुछ दिन पहले जितेश के घर आया था जब जितेश की पत्नी घर पर अकेली थी। इससे उसे अवैध संबंध का संदेह पैदा हुआ जिसके चलते जितेश मीना और उसके भाई विकास मीना ने पप्पू मीना की हत्या की साजिश रची व उन्होंने साथियों की मदद ली। जिसके बाद बट्टू मीना को ब्रह्माबाद के जंगलों में बन्दूक से गोली मार दी गई। पीड़ित की हत्या बन्दूक से की गई थी। हत्या के बाद अपराधियों ने पीड़ित की जेब में एक जिंदा कारतूस रखा और स्थानीय रूप से निर्मित बन्दूक को अपराध स्थल पर फेंक दिया।
इसके अलावा पूरे घटनाक्रम को आत्महत्या का रूप देने और जितेश मीना से संदेह को हटाने के लिए पीड़ित के मोबाइल फोन से एक वीडियो कॉल भी किया था। हालांकि जांच से पुलिस ने मामले को सफलतापूर्वक सुलझा लिया और हत्या के सिलसिले में बट्टू मीना के व्यापारिक साझेदार जितेश मीना व उसके भाई विकास मीना, रामनाथ उर्फ पायलट मीना और अशोक मीना को ब्रह्माबाद से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इस मामले में अन्य संदिग्धों की संलिप्तता की जांच जारी रखे है। दौसा एसपी रंजीता शर्मा ने एफआईआर दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर संदिग्धों को तेजी से पकड़ने के लिए मेहंदीपुर बालाजी पुलिस स्टेशन के अधिकारी गौरव प्रधान और जिला विशेष टीम की सराहना की है। घटना के बाद पीड़ित परिवार और स्थानीय निवासियों ने शुक्रवार और शनिवार को पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और शेष संदिग्धों की गिरफ्तारी की मांग की है।