सांइस कालेज के छात्र अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्माहत्या कर ली। शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक जब वह कमरे से बाहर नहीं निकला, तब छोटे भाई ने खिड़की से देखा, तो छात्र की लाश फांसी के फंदे पर लटक रही थी। सूचना पर सरकंडा पुलिस की टीम जांच करने मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारकर तालाशी ली।

सांइस कालेज के छात्र अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्माहत्या कर ली। शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक जब वह कमरे से बाहर नहीं निकला, तब छोटे भाई ने खिड़की से देखा, तो छात्र की लाश फांसी के फंदे पर लटक रही थी। सूचना पर सरकंडा पुलिस की टीम जांच करने मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारकर तालाशी ली।

मकान के अन्य कमरे में भी कई छात्र किराए में रहते हैं।वहीं कुछ छात्र रक्षा बंधन मनाने के लिए अपने-अपने घर चले गए हैं। धनेश्वर और उसका छोटा भाई प्रदीप जायसवाल थे। गुरुवार की रात आठ बजे दोनों खाना खाकर सोने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच ज्यादा गर्मी पड़ने के कारण प्रदीप अपने बड़े भाई धनेश्वर को बताकर बगल के एक कमरे में सोने चला गया। दरवाजा बंद किया फिर कूलर चालू कर सो गया। धनेश्वर भी दरवाजा बंद कर दिया।

शुक्रवार की सुबह सात बजे प्रदीप सोकर कमरे से बाहर निकला तब धनेश्वर का कमरा बंद था। करीब एक घंटे बाद आठ बजे भी धनेश्वर कमरे से बाहर नहीं निकला। इसके बाद प्रदीप दरवाजा खटखटाया व आवाज दी, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद उन्होंने कुर्सी लगाकर खिड़की से झांककर देखा तो, धनेश्वर का शव फांसी के फंदे में लटक रहा था। इसके बाद उन्होंने आसपास के लोगों के साथ सरकंडा पुलिस को सूचना दी।

पुलिस की टीम जांच करने मौके पर पहुंची। दरवाजा को तोड़कर कमरे के भीतर प्रवेश किया। इसके बाद मृतक के स्वजन को जानकारी दी गई। स्वजन के आने के बाद शव को फंदे से उताकर सिम्स भेजा गया। वहीं पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजन को सौंप दिया गया।

रायगढ़ के छाला एसईसीएल में पदस्थ हैं पिता मृतक के पिता रायगढ़ के छाला एसईसीएल में पदस्थ हैं। घटना की जानकारी मिलते ही वे बिलासपुर पहुंचे।

पुलिस की टीम स्वजन का बयान दर्ज किया। हालंकि आत्महत्या की वजह के बारे में वे कुछ नहीं बता पाए। स्वजन ने पुलिस को बताया कि धनेश्वर पढ़ने-लिखने में अच्छा था। वह कभी भी कोई परेशानी के बारे में नहीं बताया था।

सुसाइड नोट में ये लिखा है छात्र ने

सुसाइड नोट में लिखा है कि मुझे माफ करना अम्मा, पापा। छोटू आई लव यू। मैं किसी के भी वजह से यह कदम नहीं उठाया हूं। बस थक गया हूं पढ़ाई से। अब नहीं होगा मुझसे। सरकंडा पुलिस सुसाइड नोट को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।

स्कार्प से लगाई फांसी

घटना की रात धनेश्वर अपने बिस्तर के ऊपर कुर्सी रखा। उसके ऊपर चढ़कर स्कार्प को पंखे में बांधकर फंदा बनाया और लटक गया। इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस मृतक के मोबाइल से काल डीटेल भी खंगाल रही है।