मॉस्को। रूस ने 2023 के लिए अपने रक्षा खर्च को दोगुना कर दिया है। रॉयटर्स के मुताबिक, अब रूस का रक्षा खर्च 8.28 लाख करोड़ हो गया है। ये भारत के डिफेंस बजट से करीब सवा 2 लाख करोड़ रुपए ज्यादा है। रूस ने पहले 2023 के लिए रक्षा खर्च 4.47 लाख करोड़ तय किया था। लेकिन, शुरुआती 6 महीनों में उसने 12 प्रतिशत यानी 52 हजार करोड़ रुपए ज्यादा खर्च किए, जिसके बाद ये फैसला लिया गया।
ये उसके पूरे पब्लिक खर्च का एक तिहाई हिस्सा है। जो फरवरी 2022 में शुरू हुई यूक्रेन जंग और रूस पर बढ़ते प्रतिबंधों को देखते हुए लिया गया है। रूस के बजट का 17.1प्रतिशत हिस्सा देश की सुरक्षा पर खर्च करने की प्लानिंग की है। शुरुआती 6 महीने में रूस ने अपने बजट का 19.2प्रतिशत हिस्सा डिफेंस पर खर्च किया है। रूस ने इस साल जनवरी-फरवरी में अपनी सेना पर करीब 1.75 लाख करोड़ रुपए खर्च किए थे।
रूस ने 2011 से 2022 के बीच रक्षा के क्षेत्र में सबसे ज्यादा 23प्रतिशत और सबसे कम 13.9प्रतिशत खर्च किए हैं। वहीं रूस अब तक 2023 के डिफेंस बजट का 57.4प्रतिशत हिस्सा खर्च कर चुका है। जुलाई में रूस के उप रक्षा मंत्री डेनिस मैंटुरोव ने कहा था कि रूस की डिफेंस इंडस्ट्री ने 2022 में जितने हथियार बनाए थे, उससे ज्यादा अब वो 1 महीने में बना रही है। रक्षा बजट बढ़ाने के लिए पहले ही रूस में स्कूल, अस्पताल और सडक़ों से जुड़े बजट को कम कर दिया गया था। अब दूसरी इंडस्ट्रीज के फंड्स में भी कटौती का अनुमान लगाया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया ने 2022 में डिफेंस और हथियारों पर 2.24 ट्रिलियन डॉलर, यानी 183 लाख करोड़ रुपए खर्च किए थे।
ये दुनिया में अब तक का मिलिट्री पर किया गया सबसे ज्यादा खर्च है। रिपोर्ट के मुताबिक ये खर्च रूस-यूक्रेन जंग की वजह से बढ़ा है। रिपोर्ट में बताया गया था कि केवल यूरोप महाद्वीप में ही जंग के चलते डिफेंस के खर्च में एक साल में 13प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। यह पिछले 30 सालों में सबसे ज्यादा है। जंग की वजह से रूस के आस-पास के देशों ने तेजी से अपनी सुरक्षा में खर्च को बढ़ाया। फिनलैंड ने सेना के खर्च में 36प्रतिशत वहीं लिथुएनिया के खर्च में 27प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। जबकि यूक्रेन का खर्च 6प्रतिशत बढ़ा, जंग के बीच यहां 36 लाख करोड़ से ज्यादा का खर्चा किया गया।
ब्रिटेन ने भी यूक्रेन को मदद देने के लिए सैन्य खर्च में रिकॉर्ड महंगाई के बीच बढ़ोतरी की। 2022 में वहां 562 करोड़ रुपए खर्च किए गए। चीन ने ताइवान और साउथ चाइना सी पर अमेरिका से बढ़े विवादों के बीच अपने डिफेंस बजट में 4.2प्रतिशत की बढ़ोतरी की। इसके बाद चीन डिफेंस बजट पर खर्च करने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया था। चीन का बजट भारत से लगभग 4 गुना ज्यादा हो गया था।भारत ने अपने डिफेंस पर 2022 में 6 लाख करोड़ खर्च किए, जबकि चीन ने 23 लाख करोड़ का खर्चा किया। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने रिकॉर्ड महंगाई के बावजूद अपने डिफेंस बजट पर खर्च किया। जो पूरी दुनिया के डिफेंस बजट का 39प्रतिशत था।