जयपुर | पिछले नौ दिनों से महिलाएं एनएनएम भर्ती को पूरी करने की मांग को लेकर धरने पर बैठी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मंगलवार सुबह चार बजे जबरन उन्हें गाड़ियों में बिठाकर ले गई और अलग-अलग स्थानों पर छोड़ दिया।चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के आवास के बाहर नौ दिनों से महिलाएं धरने पर बैठी थी। पुलिसकर्मियों ने मंगलवार सुबह महिलाओं को जबरन धरनेस्थल से उठाकर गाड़ियों में ले गई। महिलाएं एनएनम भर्ती 2018 को पूरा करने की मांग को लेकर धरने पर बैठी थीं।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार परसादी लाल मीणा के घर के बाहर महिलाएं चार दिन से धरने पर थीं। मंगलवार सुबह चार बजे पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को जबरन धरनास्थल से उठा दिया। इस दौरान पुलिस जवानों और महिलाओं में बहस में बहस हुई। पुलिस जबरन महिलाओं को अलग-अलग स्थानों पर छोड़कर आई। धरने पर बैठी एक महिला ने बताया कि हमारा नौ दिन तक धरना जारी था लेकिन चिकित्सा मंत्री एक बार भी मिलने नहीं आए।

सर्द रातों में हम फुटपाथ पर सो रहे थे। मंगलवार सुबह पुलिस आई और हमें जबरन धरनास्थल से हटा दिया।प्रदर्शनकारियों महिलाओं का आरोप है कि गहलोत सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। हम एएनएम भर्ती 2018 भर्ती को पूरा करने की मांग कर रही है। कोर्ट के आदेश के बाद भी अधिकारी एएनएम भर्ती को पूरा नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल पाई है।