भिलाई। महादेव बुक के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा खिलाने वालों पर नकेल कसने के लिए पुलिस के पास कोई मजबूत आधार नहीं था। लेकिन, यस बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से खोले गए फर्जी खातों में ऑनलाइन सट्टे के पैसों के लेनदेन की जानकारी सामने आने के बाद अब पुलिस को एक रास्ता सूझा है।आनलाइन सट्टा के कारोबार में रुपयों का लेनदेन नकद के रूप में नहीं, बल्कि डिजिटल किया जाता है। मतलब ऑनलाइन पेमेंट गेट वे के माध्यम से खातों में रुपये ट्रांसफर किया जाता है। इसलिए पुलिस ऑनलाइन सट्टा के फाइनेंसियल फ्लो को रोकने के लिए बैंक खातों पर लगाम लगाने जा रही है। पिछले साल भर में खोले गए चालू खातों की जानकारी जुटा रही है।