यात्रा से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-फ्रांस के हितों ‎को ‎मिलेगी और अ‎धिक मजबूती


नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात के दो ‎दिवसीय दौरे पर रवाना हुए। उन्होंने फ्रांस की यात्रा पर रवाना होने से पहले कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दोनों देशों के बीच हित व्यापक और गहरे हैं। पीएम मोदी ने कहा ‎कि मैं अपने मित्र और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के निमंत्रण पर 13-14 जुलाई तक फ्रांस की आधिकारिक यात्रा पर हूं। यह यात्रा विशेष रूप से विशेष है, क्योंकि मैं फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस या पेरिस में बैस्टिल दिवस समारोह में सम्मानित अतिथि के रूप में राष्ट्रपति मैक्रॉन के साथ शामिल होऊंगा। एक भारतीय त्रि-सेवा दल बैस्टिल दिवस परेड का हिस्सा होगा, जबकि भारतीय वायु सेना के विमान इस अवसर पर फ्लाई-पास्ट का प्रदर्शन करेंगे। इस वर्ष हमारी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ है। पीएम ने कहा  ‎कि गहरे विश्वास और प्रतिबद्धता में निहित, दोनों देश रक्षा, अंतरिक्ष, नागरिक परमाणु, नीली अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, शिक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में निकटता से सहयोग करते हैं। हम क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी मिलकर काम करते हैं।
पीएम मोदी ने रवानगी से पहले कहा कि वह राष्ट्रपति मैक्रॉन से मिलने और अगले 25 वर्षों में इस दीर्घकालिक और समय-परीक्षणित साझेदारी को आगे बढ़ाने पर व्यापक चर्चा करने के लिए उत्सुक हैं। मुझे 2022 में फ्रांस की अपनी आखिरी आधिकारिक यात्रा के बाद से कई बार राष्ट्रपति मैक्रॉन से मिलने का अवसर मिला है। मैं फ्रांसीसी नेतृत्व के साथ बातचीत के लिए भी उत्सुक हूं। वह दोनों देशों के प्रवासी भारतीयों और सीईओ के साथ-साथ प्रमुख फ्रांसीसी हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे। पीएम ने यह भी कहा ‎कि पेरिस के बाद मैं 15 जुलाई को अबू धाबी की यात्रा करूंगा। मैं अपने मित्र, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलने के लिए उत्सुक हूं। यहां गौरतलब है ‎कि यूएई इस साल के अंत में यूएनएफसीसीसी (सीओपी28) की पार्टियों के 28वें सम्मेलन की मेजबानी करेगा।