भोपाल ।  अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के मौके पर बुधवार को रानी कमलापति स्टेशन पर सूर्य की पहली किरण के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस में पहली बार अनूठी योग यात्रा की शुरुआत हुई। 5.40 पर जैसे ही ट्रेन स्‍टेशन से रवाना हुई, 5.42 पर सूर्योदय के साथ ही वंदे भारत एक्सप्रेस के यात्रियों ने शिखर आसन के साथ सूर्यदेव को सलामी दी। सूर्य की पहली किरण के साथ यात्रियों ने शिखर आसन किया। अंतरराष्ट्रीय योग गुरु कृष्णा मिश्रा की पहल पर यात्रियों को यह अनोखा योग कराया गया। इस दौरान वंदे भारत के यात्रियों के योग के प्रति जोश उत्साह देखते ही बन रहा था।

इस मौके पर योग गुरु कृष्णा मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष योग की थीम वसुदेव कुटुंबकम है, जिसको सिर्फ योग ही सार्थक कर सकता है। योग का संबंध सिर्फ आपके शरीर श्वास से है जो सबके पास समान है। शिखर आसन से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है, थकान दूर होती है। ग्रीवा संचालन, सीटिंग सूर्य नमस्कार, पितृ प्राणायाम के जरिए सभी के माता-पिता को याद करते हुए योग से कृतज्ञता दिलाई। बैठे रहने पर भी कंधे और गर्दन का मूवमेंट अधिक होता है। इस दौरान योग गुरु ने यात्रियों को ग्रीवा संचालन, कंधा संचालन करवाया। पशिमोत्तनासन, चक्रासन आदि करवाते हुए उनके लाभ भी बताए। उन्होंने बताया कि आसान प्राणायाम ध्यान से हम श्वास से श्वास के चलाने वाले तक पहुंच सकते हैं जिसे समाधि स्थिति कहते है। योग गुरु कृष्णा के साथ भोपाल से प्रणय, विजय केलकर, सुरेंद्र मिश्रा और आगरा से मानव कालरा, निधि कालरा योग यात्रा में जुड़े।

दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर होगा योग

योग गुरु इसी दिन हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर दोपहर 1.15 से 2 बजे तक प्लेट फार्म नंबंर पांच पर वंदे भारत ट्रेन के सी1 कोच से वापस भोपाल आएंगे। और इसी कोच में यात्रियों को हर आंगन योग का संदेश देंगे। इससे पहले वह प्लेटफार्म नंबर पांच पर कुलियों, यात्रियों और अन्य लोगों को भी योग की शिक्षा देंगे।