इस्लामाबाद । पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगान तालिबान को चेतावनी दी है कि अगर काबुल में शासक पाकिस्तान विरोधी आतंकवादियों पर लगाम लगाने में असमर्थ हैं तो इस्लामाबाद देश के अंदर आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आसिफ ने हाल ही में एक साक्षात्कार में अफगानिस्तान की अपनी फरवरी के अंत की यात्रा में तालिबान नेताओं को अपनी सीमा पार सुरक्षा प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरने की याद दिलाई, ताकि आतंकवादियों को पाकिस्तान पर हमले की योजना बनाने और संचालित करने के लिए अफगानिस्तान की धरती का उपयोग करने से रोका जा सके। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो इस्लामाबाद कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो किसी बिंदु पर हमें कुछ उपायों का सहारा लेना होगा, जो निश्चित रूप से अफगान धरती पर जहां भी आतंकवादियों के ठिकाने हैं, हमें उन्हें मारना होगा। आगे कहा कि हमें उन्हें मारना होगा, क्योंकि हम इस स्थिति को लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं कर सकते।
अगस्त 2021 में अफगान तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के बाद से पाकिस्तान ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के नेतृत्व में आतंकवादी हमलों में पुनरुत्थान देखा है, जो अफगान तालिबान का सहयोगी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान का आरोप है कि कुछ साल पहले सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी सैन्य अभियानों के बाद टीटीपी नेतृत्व अफगानिस्तान से काम कर रहा है, जिससे उसे हजारों लड़ाकों के साथ भागने पर मजबूर होना पड़ा। आसिफ ने दावा किया कि तालिबान नेतृत्व ने हालिया चेतावनी का बहुत अच्छा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना से लड़ने के लिए समूह से समर्थन प्राप्त करने के बाद, अफगान तालिबान टीटीपी से अलग होने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान की सेना अब अफगानिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्रों में एक संभावित सैन्य अभियान सहित एक व्यापक योजना पर विचार कर रही है। पाक सेना अपने खर्चे को कम करने पर विचार कर रही है।