अब भितरघातियों पर एक्शन की तैयारी में दल
भोपाल। प्रदेश के कृषि मंत्री एवं हरदा विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार कमल पटेल का एक वीडियो हाल ही वायरल हुआ है, जिसमें वह कह रहे हैं कि सारे विरोधी एक हो गए। वह कह रहे हैं कि आस्तीन के सांप खतरनाक होते हें। कमल पटेल वीडियो में पार्टी के जिला अध्यक्ष और दूसरे नेताओं का नाम भी ले रहे हैं। इस तरह की शिकायतें चुनाव के दौरान भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों के उम्मीदवारों की रही हैं। दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों ने चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों द्वारा पार्टी के खिलाफ के काम करने और कांग्रेस के पक्ष में काम करने की पार्टी संगठन से शिकायतें की हैं।
जानकारी के अनुसार भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टी संगठनों के पास उम्मीदवारोंं के खिलाफ काम करने वाले कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियोंं की शिकायतें पहुंची हैं। माना जा रहा है कि 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आने के बाद उम्मीदवारों के खिलाफ भितरघात करने वाले नेताओं पर एक्शन शुरू हो जाएगा। हालांकि इसके पहले भाजपा-कांग्रेस ने चुनाव के दौरान बागी होकर दूसरे दलों से या फिर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे बड़ी संख्या में नेताओं को बर्खास्त कर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
बुरहानपुर से भाजपा उम्मीदवार अर्चना चिटनीस ने बीजेपी के स्थानीय पदाधिकारियों पर निर्दलीय उम्मीदवार हर्षवर्धन सिंह चौहान के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया और पार्टी संगठन से इसकी शिकायत की। सीधी से उम्मीदवार रीति पाठक ने पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों को लेकर संगठन से शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई पदाधिकारियों ने वर्तमान विधायक केदारनाथ शुक्ला के इशारे पार्टी के खिलाफ काम किया। पृथ्वीपुर (निवाड़ी) सीट उम्मीदवार शिशुपाल यादव ने शिकायत की कि पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल पांडेय ने पूरे चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में काम किया।
कांग्रेस उम्मीदवारों ने भी पार्टी संगठन से चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों द्वारा पार्टी के खिलाफ काम करने की शिकायतें की हैं। जांच करने के बाद पार्टी ने ऐसे कार्यकर्ता-पदाधिकारियों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। उम्मीदवारों द्वारा की गई इन शिकायतों को एकत्रित कर जांच के लिए अनुशासन समिति को भेजा जाएगा।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी का कहना है कि चुनाव के दौरान इसी तरह की शिकायतें आना स्वभाविक है। फिर भी पार्टी उम्मीदवारों द्वारा जिस किसी कार्यकर्ता और पदाधिकारी के खिलाफ शिकायत की गई है, उसकी जांच कर पार्टी की अनुशासन समिति द्वारा एक्शन जाएगा।