प्रथम चरण के मतदान को लेकर अब कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी जमकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। हाल ही में नागौर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार ज्योति मिर्धा ने जब हनुमान बेनीवाल की डिग्री पर सवाल उठाए तो जवाब में बेनीवाल ने ज्योति की एमबीबीएस की डिग्री को सिफारिश पर मिली डिग्री बता दिया।

प्रचार के लिए डीडवाना पहुंचे बेनीवाल ने यहां मतदाताओ के साथ जनसंपर्क कर इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान करने की अपील की। बेनीवाल के स्वागत के लिए युवाओं में खासा उत्साह देखा गया। इस मौके पर हनुमान बेनीवाल ने मोदी सरकार के साथ ही भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा की एमबीबीएस डिग्री पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि उन्हें नाथूराम मिर्धा की सिफारिश पर डॉक्टर की डिग्री मिली है। उन्होंने कहा कि उस दौर में प्री पीजी घोटाला हुआ था, उसमें ज्योति मिर्धा खुद आरोपी थीं। बेनीवाल ने कहा कि ज्योति पीएमटी के मार्फत डॉक्टर नहीं बनी हैं, बल्कि बाबा नाथूराम मिर्धा की सिफारिश पर उन्हें डिग्री मिली थी।

बेनीवाल ने कहा कि ज्योति मिर्धा ने अपने कार्यकाल में नागौर का कोई विकास नहीं किया, बल्कि वे तो सांसद निधि का पैसा खर्च करना ही भूल गईं। उस पैसे को बाद में मैंने जिले में खर्च किया। लोकसभा में भी ज्योति ने कोई खास प्रदर्शन नहीं किया। मैंने संसद में क्षेत्र की समस्याओं के साथ ही कई सवाल उठाए हैं, यहां तक कि किसान आंदोलन और अग्निवीर के मुद्दे पर मैंने मोदी सरकार की सत्ता को भी ठुकरा दिया।

उन्होंने कहा कि अपने सांसद काल में मैंने समूचे लोकसभा क्षेत्र में करोड़ों के विकास काम करवाए हैं। उन्होंने कहा कि अब उनकी प्राथमिकता नागौर और डीडवाना जिले को रेलवे के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की रहेगी। इसके लिए वे फलौदी-नागौर- जायल-डीडवाना-सीकर रेल लाइन और डीडवाना-कुचामन रेल लाइन की मांग उठाएंगे। इसके अलावा किशनगढ़- परबतसर और मेड़ता-पुष्कर रेल लाइन पर भी पूरा फोकस रहेगा।