बैतूल : छतरपुर जिले के लवकुशनगर से डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने के बाद निशा बांगरे बैतूल पहुंची। जहां प्रेस वार्ता में उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी दी। साथ ही साथ अपना इस्तीफा देने की वजह भी बताई। निशा बांगरे ने कहा कि दुनिया की ताकत कार्यक्रम होने से नहीं रोक सकती। कार्यक्रम की अनुमति न देकर प्रशासन द्वारा मुझे टारगेट किया है। इसलिए मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा देकर सुर्खियों में आने वाली निशा बांगरे ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि कुछ भी हो जाए अंतरराष्ट्रीय सर्वधर्म कार्यक्रम आयोजित होगा। दुनिया की कोई ताकत कार्यक्रम होने से नहीं रोक सकती। उन्होंने प्रशासन पर अनुमति नहीं देने पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब रेलवे ने अपनी जमीन कार्यक्रम के लिए दी है, फिर प्रशासन आखिर किसके दबाव में अनुमति नहीं दे रहा है। बांगरे ने दावा कि कार्यक्रम पूर्ववत आयोजित होगा और इसमें सभी सम्मानीय अतिथि पहुंचेंगे।

बता दें कि गुरूवार देर रात अपर जिला दण्डाधिकारी बैतूल द्वारा जारी आदेश में एसपी बैतूल के प्रतिवेदन का हवाला देकर निशा बांगरे द्वारा आयोजित कार्यक्रम को अनुमति देने से इंकार कर दिया था। अपर जिला दण्डाधिकारी द्वारा जारी आदेश में पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन का उल्लेख किया कि उक्त कार्यक्रम में श्रीलंका के न्याय मंत्री एवं 11 देशों के शांतिदूत व थाईलैण्ड के वरिष्ठ बौद्ध भिभु सम्मिलित होने वाले हैं। लेकिन अंतराष्ट्रीय सर्वधर्म शांति केंद्र आमला के द्वारा जो सूचना पत्र प्रस्तुत किया है। उसमें वीजा की अनुमति व प्रकृति के संबंध में प्रपत्र संलग्न नहीं किया है। साथ ही विदेशी नागरिकों की सुरक्षा श्रेणी के संबंध में शासन से दिशा निर्देश भी प्राप्त नहीं हुए है। आदेश में उल्लेख किया है कि कार्यक्रम स्थल हवाई पट्टी आमला एयरफोर्स स्टेशन है जो कि सामरिक दृष्टि से संवेदनशील है। ऐसी स्थिति में दस्तावेजों के अभाव में विदेशी नागरिकों की उपस्थिति में 25 जून को बैतूल जिले के आमला में आयोजित होने वाले अंतराष्ट्रीय सर्वधर्म शांति सम्मेलन एवं विश्व शांति पुरस्कार कार्यक्रम आयोजित किए जाने की अनुमति दिया जाना उचित नहीं है। कार्यक्रम की अनुमति रद्द होने के बाद निशा बांगरे ने डिप्टी कलेक्टर पद से रात को ही इस्तीफा दे दिया। वे प्रशासन के इस निर्णय से काफी आहत दिखाई दे रही है।

25 जून को होने वाले कार्यक्रम की अनुमति रद्द करने के बाद निशा बांगरे ने शुक्रवार कमानी गेट स्थित होटल पंजाब में आयोजित पत्रकारवार्ता में जिला प्रशासन के अधिकारियों को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि दुनिया की ताकत कार्यक्रम होने से नहीं रोक सकती। कार्यक्रम की अनुमति न देकर प्रशासन द्वारा मुझे टारगेट किया जा रहा है, इसलिए मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब कार्यक्रम तय समय और तय तिथि पर ही होगा। बांगरे ने कहा कि मैं अपने घर का उद्घाटन कर रही हूं, इसमें किसी की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।
निशा बांगरे ने आरोप लगाया है कि पूर्व में ही कार्यक्रम की अनुमति के लिए सारी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसके बावजूद शासन, प्रशासन द्वारा जानबूझकर विदेशों मेहमानों के दस्तावेज अधूरे बताकर सुरक्षा की दृष्टि का हवाला दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि प्रशासन को पहले ही पूरे दस्तावेज दिए जा चुके हैं। यह कार्यक्रम को रोकने के लिए षडय़ंत्र रचने की साजिश है। बांगरे ने कहा कि जब कार्यक्रम के लिए रेलवे ने अपनी अनुमति दे दी है, फिर शासन और प्रशासन अनुमति नहीं देकर ओछी मानसिकता दिखा रहा है। हालांकि पत्रकारों के प्रश्र पर उन्होंने एक बार फिर चुनाव लड़ने की बात टाल दी। उन्होंने कहा कि यदि कोई पार्टी चुनाव लड़ने के लिए संपर्क करती है तो विचार किया जाएगा।