जयपुर । उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने बताया कि सभी संभाग मुख्यालय पर स्थित जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्रों में आधारभूत सुविधायुक्त एमएसएमई सुविधा व विकास केन्द्र प्रारंभ कर दिये गये हैं। एमएसएमई विकास व सुविधा केंद्र का उद्देश्य एकल संपर्क बिंदु के रूप में वैधानिक अनुपालन और विभिन्न योजनाओं में मार्गदर्शन करना है, जिससे राज्य के प्रथम पीढ़ी के उद्यमियों सहित कार्यरत उद्यमियों को मार्गदर्शन, पथप्रदर्शन, हैण्डहॉल्डिंग सपोर्ट व सहायता प्रदान की जा सके।  राठौड़ ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के लिए राज्य सरकार ऐसी नीतियां बना रही है जो उन्हें सक्षम बनाये तथा उनके सतत् विकास में भी सहायता प्रदान करे। उन्होंने कहा कि 100 दिवसीय कार्य योजना के अन्तर्गत राज्य में आर्थिक विकास व रोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक संभाग में एमएसएमई विकास व सुविधा केंद्र की स्थापना करने की घोषणा की गयी है।   प्रमुख शासन सचिव उद्योग एवं वाणिज्य श्री अजिताभ शर्मा ने बताया कि एमएसएमई विकास व सुविधा केन्द्रों के सुगम संचालन तथा जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र, एमएसएमई, जिला और राज्य स्तर के अधिकारियों के बीच समन्वय हेतु मुख्यालय पर परियोजना प्रबंधन यूनिट (पीएमयू) गठित किया गया है। पीएमयू द्वारा संभाग व जिला स्तर पर एमएसएमई के मार्गदर्शन व समस्या निराकरण हेतु राज्य स्तरीय नोडल एजेन्सी के रूप में कार्य सम्पादन किया जाएगा तथा आवश्यकता अनुसार सम्बन्धित संस्थाओं एवं विभागों से समन्वय भी किया जाएगा।