केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले सांसद कुलदीप....
चंडीगढ़: हरियाणा के भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कुलदीप बिश्नोई ने अमित शाह को चुंबकीय व्यक्तित्व का धनी बताते हुए बिश्नोई समाज को केंद्र सरकार की ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) सूची में शामिल करने की मांग की है। राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में कुलदीप बिश्नोई की यह मांग बहुत ही अहम है, जिस पर केंद्र सरकार निर्णायक फैसला ले सकती है।
आठ माह पहले कांग्रेस छोड़कर हुए थे भाजपा में शामिल
भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई हिसार और भिवानी से सांसद रह चुके हैं। करीब आठ माह पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। आदमपुर उपचुनाव में उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी।
जीत के बाद कुलदीप बिश्नोई और भव्य बिश्नोई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूर्व में मिल चुके हैं। बुधवार को कुलदीप की अमित शाह से यह दूसरी मुलाकात थी, जिसके बाद कुलदीप ने ट्वीट किया कि अमित शाह मेरे नेता हैं, जिनसे लंबी मुलाकात हुई।
राजनीति पर विस्तार से की चर्चा
बेहतरीन व्यक्तित्व के धनी अमित शाह में एक अजीब चुंबकीय शक्ति है, जो किसी को भी अपना बना लेती है। हमारे बिश्नोई समाज को केंद्र में ओबीसी में शामिल करने का उनसे अनुरोध किया तथा हरियाणा व राजस्थान की राजनीति पर विस्तार से चर्चा की। कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल के बड़े बेटे हैं। उनके छोटे बेटे पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई अभी कांग्रेस में ही हैं।
राजस्थान की राजनीति में बड़ा है वजूद
भजनलाल और कुलदीप बिश्नोई के परिवार का हरियाणा के साथ-साथ राजस्थान की राजनीति में बड़ा वजूद है। राजस्थान में बिश्नोई समाज सात लोकसभा क्षेत्रों में 37 विधानसभा सीटों पर प्रभाव व निर्णायक भूमिका में है। मौजूदा समय में यहां से बिश्नोई समाज के पांच विधायक है। कुलदीप जब कांग्रेस में थे तो पार्टी ने उन्हें राजस्थान में स्टार प्रचारक बनाकर भेजा था। कुलदीप बिश्नोई मौजूदा समय में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक है। इसका मुख्यालय मुकाम जोधपुर में है।
आधा दर्जन बार राजस्थान के दौरे पर जा चुके
कुलदीप आदमपुर उपचुनाव में जीत के बाद आधा दर्जन बार राजस्थान के दौरे पर जा चुके हैं। ऐसे में भाजपा कुलदीप बिश्नोई को राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले संगठन में अहम जिम्मेदारी दे सकती है और उन्हें अपने स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल कर सकती है। कुलदीप की गिनती भाजपा के गैर जाट नेताओं में होने लगी है, जो पहले कभी कांग्रेस का एक बड़ा चेहरा हुआ करते थे।