मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम पूरे राज्य में प्रभावी, कारगर और सफल साबित रहा है। इसके माध्यम से लोगों के दरवाजे तक योजनाएं पहुंच रही हैं लोगों का इसका लाभ उठाते देख खुशी होती है। यह अभियान कितना सफल है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के कई राज्य झारखंड के इस माडल को अपना रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस गांव- पंचायत में जाने के लिए रास्ता तक नहीं है, वहां अधिकारी योजनाओं की गठरी लेकर पहुंच रहे हैं और आपको उससे जोड़ने का काम कर रहे हैं। शिविरों में अधिकारियों का दल आपकी हर समस्या के समाधान के लिए मौजूद हैं।

'शिविरों में आएं और योजनाओं से जुड़ें'

आप इन शिविरों में आएं और योजनाओं से जुड़ें। सीएम शनिवार को पाकुड़ बाजार समिति परिसर में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य गठन के बाद पिछले दो दशकों के दौरान जन समस्याओं और लोगों की परेशानियों को दूर करने की दिशा में किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखी।

सरकारी कर्मियों का काम जनता की सेवा करना है। हमारी सरकार बनने के बाद अधिकारियों की सोच में बदलाव आया है। वे गांव-गांव पहुंच रहे हैं और लोगों के बीच रहकर संवेदनीशीलता के साथ समस्याओं को सुनकर उसका समाधान कर रहे हैं। दो दशक तक राज करने वाली पहले की सरकारों के वक्त अधिकारियों का यह अंदाज देखने को नहीं मिलता था।