नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा में एक से बढ़कर एक कलाकारों की भरमार है। लेकिन उनमें से कुछ चुनिंदा अभिनेता ऐसे हैं, पर्दे पर अभिनय को जीवित कर देते हैं। उन एक्टर्स की सूची में वेटरन एक्टर मनोज बाजपेयी का नाम जरूर शामिल होता है। 

अपने 30 साल के फिल्मी करियर में मनोज ने कई मरतबा सिल्वर स्क्रीन पर अपनी कमाल एक्टिंग से जमकर वाहवाही लूटी है। उनके करियर की सबसे शानदार मूवी शूल को माना जाता है। लेकिन मनोज की इस सुपरहिट फिल्म से जुड़ा एक ऐसा किस्सा मौजूद है, जब एक सीन की शूटिंग के वक्त मनोज बाजपेयी में सच में रो पड़े थे। यही नहीं उनके साथ सेट पर मौजूद सभी लोगों की आंखे नम हो गई थीं। हिट फिल्में, सुपरहिट किस्से में आज इस फिल्म की चर्चा की जाएगी। 

इस सीन की शूटिंग के वक्त सच में रो दिए मनोज

मनोज बाजपेयी की शूल की रिलीज को करीब 25 साल का समय हो गया है। इसके बावजूद इस कल्ट फिल्म की चर्चा खत्म होने का नाम नहीं लेती है। एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान मनोज ने शूल के एक आइकॉनिक सीन की शूटिंग का किस्सा सुनाया, जिसमें शूल की अदाकारा रवीना टंडन का निधन हो जाता है। 

इस दृश्य के बारे में बात करते हुए अभिनेता ने कहा- अनुराग कश्यप ने फिल्म का वो सीन लिखा, जिसमें रवीना यानी जो मूवी में मेरी पत्नी का रोल कर रही थीं, उनकी डेथ हो जाती है। चार लाइन में अनुराग ने उसे तैयार किया और कहा बाकी तुमको खुद इस सीन को बनाना है। 

मेरे लिए ये चैलेंज था कि किस तरह से इसको परफॉर्म किया जाए। उस वक्त डिजिटल कैमरे नहीं हुआ था करते तो हम रील वाले कैमरे से शूट कर रहे थे। सीन में दिखाया गया है कि पत्नी के चले जाने के बाद कैसे एक पति रोता है। मैंने ठीक उसी तरह से उसे परफॉर्म किया, लेकिन मैं उस दृश्य में इतना खो गया कि मुझे लगने लगा कि मेरे साथ ये हादसा सच में हो गया है और मैं सच में रोता जा रहा था। 

सेट पर मौजूद लोगों के निकले आंसू

अपनी बात को आगे जारी रखते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा- जिस तरह से मैं रो रहा था, उसे देखकर सेट पर मौजूद डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा, अनुराग कश्यप और क्रू के सभी लोग रोने लगे। जहां तक कि कैमरामैन भी फूट-फूट कर रोने लगा।

दिलचस्प बात ये थी की रवीना टंडन जो सीन के मुताबिक मर गई हैं, उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे। अनुराग कश्यप ने बाद में आकर मुझे संभाला। ऐसा माहौल बन गया था सेट पर जैसे मानो कि सच में कोई मर गया है और उसके वियोग में मैं रो रहा था। इस तरह से मनोज ने शूल के इस सीन के पीछे की दिलचस्प कहानी सुनाई। 

शूल ने चखा सफलता का स्वाद

साल 1999 में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली यूं तो कई फिल्में थी, जिनमें सलमान खान की हम दिल दे चुके सनम, आमिर खान की सरफरोश और अजय देवगन की कच्चे धागे जैसी कई मूवीज के नाम शामिल थे। लेकिन मनोज बाजपेयी की शूल ने भी इन सब के साथ तत्कालीन साल की सफल फिल्मों की सूची में अपना ना्म दर्ज कराया।