कुल्लू: जिला कुल्लू में बीते दिनों हुई भारी वर्षा के चलते जहां भूस्खलन के कारण कई सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई है। सबसे प्राचीन गांव मलाणा जाने वाले मार्ग में भी भूस्खलन हो गया है। मणिकर्ण घाटी के जरी से मलाणा सड़क भी भूस्खलन के कारण बंद हो गई है। पहाड़ी से काफी मात्रा में मलबा व चट्टानें सड़क पर आ गई है जिस कारण सड़क का नामो निशान नहीं बचा है। इस कारण ग्रामीणों को पैदल गुजरना भी खतरे से खाली नहीं है।

मलाणा पंचायत का संपर्क जरी से बिल्कुल पूरी तरह से कट गया है। हालांकि मलाणा के लोगों ने यहां पर हाइड्रो पावर कंपनी से भी आग्रह किया था कि वह जल्द से जल्द इस मलबे को हटाकर मार्ग को बहाल करें। लेकिन हाइड्रो कंपनी के द्वारा भी सड़क से मलबे को अभी तक नहीं हटाया है। भूस्खलन होने के कारण करीब 20 वाहन मलाणा की ओर फंस गए हैं। इसके अलावा आपात स्थिति में अगर लोगों को जरी की और जाना हो तो उन्हें पहाड़ के रास्ते से पैदल रुख करना पड़ रहा है।

मलाणा पंचायत के उपप्रधान रामजी ठाकुर का कहना है कि जरी से मलाणा सड़क में कई ऐसे स्थान है जहां पर भूस्खलन होने का खतरा बना रहता है। बीते साल बरसात के दिनों में भी यह सड़क करीब एक माह तक पूरी तरह से बंद रही और कई लोगों के वाहन भी यहां पर एक माह तक फंसे रहे। अब एक बार फिर हुई भारी वर्षा के चलते पहाड़ी से भू-स्खलन हो गया है जिस कारण मार्ग बंद पड़ा है। गनीमत यह है कि कोई भी जान माल का नुकसान नहीं हुआ है।