AIS करदाता को हर साल के सूचना का विवरण देता है। आईटीआर के फॉर्म 26 एएस में दर्शाए गए सभी जानकारी को व्यापक तौर पर दिखाया जाता है। टैक्सपेयर्स AIS के माध्यम से फीडबैक भी दे सकते हैं। AIS में करदाता को  टीडीएस, एसएफटी जैसे जानकारी दी जाती है और इसमें करदाता को मूल्य और संशोधित मूल्य भी दिखाया जाता है।

AIS का उद्देश्य क्या है

  • यहां टैक्सपेयर्स को ऑनलाइन फीडबैक की सुविधा मिलती है।
  • यहां करदाता को सारी जानकारी मिल जाती है।
  • इस से कोई भी टैक्सपेयर्स बिना कोई परेशानी के आराम से आईटीआर फाइल कर सकता है।
  • ये रिटर्न फाइल करते समय किसी भी गलती को रोकने में भी मदद करता है।
  • यहां टैक्सपेयर्स को टीआईएस जैसे कई सूचना एक जगह पर मिल जाती है।
  • यहां पर सैलरी,इंटरेस्ट इनकम,लाभांश जैसे सभी जानकारी मिलती है।

AISऐप क्यों जरूरी

टैक्सपेयर्स इस ऐप के जरिये टीडीएस,टीसीएस, ब्याज, लाभांश, शेयर लेनदेन, कर भुगतान, आयकर रिफंड, जीएसटी डेटा आदि कई जानकारी मिल जाती है। करदाता को इस ऐप पर फीडबैक जैसे कई ऑप्शन भी मिलते हैं। यह ऐप करदाता को उसकी जानकारी को आसानी से पहुंच देता है। आप इस ऐप के जरिये आसानी से AIS को पीडीएफ के रूप में डाउनलोड कर सकते हैं।

AIS ऐप कैसे इस्तेमाल करें?

  • आप इस ऐप को Google Play Store या App Store से अपने मोबाइल में डाउनलोड करना है।
  • इसके बाद आपको पैन नंबर दर्ज करके खुद को रजिस्टर करना होगा।
  • अब आपके फोन में ओटीपी आएगा। आपको ओटीपी दर्ज करना होगा।
  • इसके बाद आपको ई-फाइलिंग पोर्टल पर रजिस्टर्ड मेल आईडी को वेरीफाई करवाना होगा।
  • अब आपको दोबारा ऐप में जाकर 4 डिजिट का पिन सेट करना होगा।

AIS ऐप की सीमा

आप इस ऐप से आयकर रिटर्न दाखिल नहीं कर सकते हैं। इस ऐप पर आपको AIS वेब पोर्टल की सारी जानकारी दी जाती है। इस से ये साफ पता चलता है कि ये आपके टैक्स से रिलेटिड जानकारी पर नजर रखने के लिए काफी मदद करता है। करदाता को इस ऐप की सीमाओं पर नजर रखना चाहिए।