जोधपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार शाम जोधपुर के अशोक उद्यान में राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित 25वें लोकानुरंजन मेले का उद्घाटन जयनारायण व्यास की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा नगाड़े पर थाप लगाकर व कुंकुम के छापे अंकित कर किया। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार लोक कलाओं और संस्कृति के संरक्षण के लिए निरन्तर प्रयत्नरत है।

सीएम गहलोत ने मशहूर कलाविदों, लोक कलाकारों और साहित्यिक विभूतियों का जिक्र करते हुए सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण में उनकी अतुलनीय भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोक कलाकारों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। इसी दिशा में कलाकारों के लिए 100 करोड़ की धनराशि का प्रावधान किया गया है। इन कलाकारों के लिए 100 दिन का कार्य उपलब्ध करवाकर मानदेय दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने शेर-ए-राजस्थान जयनारायण व्यास की जयंती पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें बहुआयामी व्यक्तित्व से संपन्न विभूति बताया और कहा कि उनकी याद में यह मेला आज व्यापकता ले चुका है। उन्होंने मशहूर कलाकारों और कला जगत के उत्थान के लिए समर्पित विभूतियों का स्मरण करते हुए कहा कि सरकार द्वारा इनके नाम से घोषित पुरस्कारों के लिए जोधपुर में फेस्टिवल आयोजित कर साहित्य पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। गहलोत ने कलाकारों को मारवाड़ और राजस्थान की थाती बताया और कहा कि इनके माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को लोक संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानने-समझने तथा सीखने के अवसर मिलते हैं। उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों को सम्बल के साथ ही लोक संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण बहुत जरूरी है।

गहलोत ने कार्यक्रम में अकादमी की त्रैमासिक पत्रिका ‘रंगयोग’ के 29वें अंक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ई-वाहन में बैठकर पूरे मेले का अवलोकन किया। उन्होंने लोकानुरंजन मेले में देश के विभिन्न राज्यों के कलाकारों के समागम और बहुविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों पर प्रसन्नता जाहिर की और कहा कि इससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान, सम्पर्क और समन्वय बढ़ेगा। राजस्थान मेला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा ने लोकानुरंजन मेले और जोधपुर के समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि प्रदेश में लोक कलाकारों को सम्बल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री ने पूरी संवेदनशीलता के साथ सहयोग किया है। उन्होंने राजस्थान के लोक कलाकारों के कल्याण के लिए 100 करोड़ का प्रावधान करने तथा 100 दिन के काम से मानदेय राशि मुहैया कराने की योजना की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया।