कैथल। (Chaitra Navratri 2024 Hindi News) माता गेट के सूर्यकुंड डेरे में स्थित काली माता के मंदिर में चैत्र नवरात्र के उपलक्ष्य में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय मेले का समापन हो गया। इस मेले में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई थी।

दो दिवसीय मेले में 40 जगहों पर भंडारे का आयोजन

करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने काली माता के मंदिर में माथा टेक अपनी मनोकामनाएं मांगी। इस मेले के कारण चीका रोड से लेकर माता गेट व माता गेट से हिंद सिनेमा तक दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर कमेटी के अनुसार दो दिवसीय मेले को लेकर 40 जगहों पर भंडारे का आयोजन किया गया था।

इसके लिए अलग-अलग सेवादार लगाए हुए थे। मेला रविवार रात को शुरू हुआ था, जो मंगलवार को जारी रहा। मेले में महिला व पुरुष कर्मचारी भी ड्यूटी पर अलर्ट नजर आए। मेले के बार प्रसाद व खिलौनों की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ लगी रही। बच्चों ने खिलौनों की खरीदारी की।

ऐतिहासिक है मंदिर, चैत्र नवरात्र पर लगता है मेला-महंत

डेरा के महंत रमनपुरी ने बताया कि मंदिर का यह ऐतिहासिक स्थान कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिधि का तीर्थ है। प्राचीन मान्यता के अनुसार महाभारत काल में ज्येष्ठ पांडव पुत्र युधिष्ठिर ने कैथल में ही नवग्रह कुंडों की स्थापना की थी। इनमें से सबसे बड़ा कुंड सूर्यकुंड के नाम से स्थापित किया गया था।

शीतला व काली माता मंदिर ( Shitala Mata Temple & Kali Mata Temple) इस डेरे में स्थित है। चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri Hindi) में यह मेला लगता है। दो दिनों तक चलने वाले इस मेले में हजारोंं की संख्या में लोग पहुंचते हैं। इस मेले में न केवल हरियाणा (Haryana News) से बल्कि पंजाब (Punjab News), राजस्थान, उत्तर प्रदेश (UP News) सहित अन्य प्रांतों से लोग पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे।

दो दिनों तक दिनभर माता गेट मंदिर में भक्तों की भीड़ रही। आंबेडकर चौक तक भक्त लाइन में लगे हुए नजर आए। महंत ने बताया कि नवरात्र में भक्त मां काली के दरबार में माथा टेक कर पूजा-अर्चना करते हुए मन्नतें मांगते हैं।