जिले के गांव भंडारी निवासी सिलाई टेलर नरेश कुमार का बुधवार को पड़ोस के गांव कालखा में तालाब किनारे गन्ने के खेत में शव मिला। उसके दोनों हाथों व चेहरे को कुत्तों ने पूरी तरह से नोच खाया। सूचना मिलते ही इसराना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आधार कार्ड के जरिये शिनाख्त होने पर स्वजनों को सूचना दी।

शव को पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के नागरिक अस्पताल में लाया गया है। वहीं, नरेश की हत्या कर घर गन्ने के खेत में फेंकने की आशंका जताई जा रही है। उसके शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं।

नरेश कपड़े सिलाई का काम करता था। 13 अगस्त को वह बाइक लेकर घर से निकला था। उसके साथ गांव का ही एक युवक व एक अन्य था। देर शाम तक घर नहीं लौटा तो स्वजनों ने काफी तलाश की, पर कोई पता नहीं चल पाया। सूचना पुलिस को दी गई। 15 अगस्त को पड़ोस के गांव कालखा में तालाब के साथ में उसकी बाइक खड़ी मिली। आज, बुधवार को सुबह कालखा निवासी एक व्यक्ति तालाब किनारे घूमने के लिए आया तो उसे बदबू आई।

उसने गन्ने के खेत में अंदर जाकर देखा तो एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ था। उसके चेहरे व दोनों हाथों को कुत्तों ने पूरी तरह से खा रखा था। उसने तुरंत सूचना पुलिस को दी। इसराना थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की जेब में मिले आधार कार्ड के जरिये शिनाख्त लापता नरेश के तौर पर हुई। पुलिस ने स्वजनों को अवगत कराया। बताया जा रहा है कि जहां उसकी बाइक मिली थी, उससे कुछ दूरी पर ही खेत में उसका शव मिला। बाइक वाली जगह पर उस दिन खाने पीने के कुछ सामान के खाली पैकेट भी मिले थे।

नरेश की एक बेटी व एक बेटा है। बेटा 12वीं कक्षा में पढ़ता है। पत्नी घरेलू विवाद के चलते करीब डेढ़ साल पहले बेटी को अपने साथ लेकर मायके चली गई थी। फिलहाल वो अपने मायके में ही रह रही थी। नरेश के शरीर पर भी चोट के निशान मिले है। जिसके आधार पर हत्या कर शव गन्ने के खेत में फेंकने का शक जताया जा रहा है। वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। नरेश के साथ दोनों युवक कौन थे, उनका पता लगाया जा रहा है।