लाइव बजट भाषण दिखाने के चक्कर में सरकार की किरकिरी
जयपुर। ई फाइलिंग और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का दौर सरकारों को तो सर्वप्रिय लग ही रहा है पर आम आवाम् की भी मोबाइल क्रांति ने खबर की दूरी को घटकर पल दर पल कर दी है। इसके फायदे हजार हो सकते है पर मगर एक नुकसान किरकिरी कराने में भी पीछे नहीं है।
पहली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश प्रदेश की जनता में सीधा बजट प्रसारण आम आवाम् को दिखाने के लिए प्रदेश प्रभर के राजकीय एवं निजी कॉलेजो, जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय नगरपालिका क्षेत्रों तथा कृषि विज्ञान क्षेत्रों पर बजट का संजीव प्रसारण दिखाने के लिए सरकार ने 14 हजार 400 स्थानों पर करीब 40 लाख लोगों को दिखाने के लिए व्यवस्था की थी। लेकिन मुख्यमंत्री के द्वारा बजट भाषण पढऩे से पहले पुराने बजट भाषण को करीब आठ मिनट तक पढ़ा गया जिसके कारण सदन में प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा और सदन की कार्यवाही 2 बार स्थगित भी करनी पड़ी इस नजारे को भी प्रदेश में बजट को लाइव दिखाने की गई व्यवस्था स्थल पर लोगों ने आठ मिनट तक सीएम के द्वारा पुराना बजट भाषण पढऩे को देखा व सुना।