जयपुर । जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने बताया कि पूर्व में जल जीवन मिशन कार्यक्रम में राजस्थान देश में 33 वें स्थान पर था,जिस पर राज्य सरकार ने इच्छाशक्ति दिखाते हुए योजना को गति दी है जिसकी बदौलत अब प्रदेश में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत  ग्रामीण क्षेत्र के 50 लाख घरों में कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) उपलब्ध करवाए गए हैं।  आगामी दो वर्षों में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के शेष रहे 38 लाख 35 हजार? घरों में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत स्वच्छ एवं निर्बाध पेयजलापूर्ति के लक्ष्य के लिए सरकार संकल्पित है।
जलदाय मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार के महज 2 माह के कार्यकाल में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्र के 1 लाख 90 हजार घरों तक नल से पेयजल उपलब्धता हुई है साथ ही 563 गांवों का हर घर जल योजना में प्रमाणीकरण कर दिया गया है। विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम के दौरान इसमें उल्लेखनीय प्रगति हुई है।  उन्होंने बताया कि आगामी वित्तीय वर्ष 2024- 25 में विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के 25 लाख घरों में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत नल से जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य प्रदान किया गया है एवं वित्तीय वर्ष 2024- 25 में लगभग 20 हजार करोड रुपए का व्यय किया जाएगा। इसके बाद  वित्तीय वर्ष 2025-26 में शेष रहे ग्रामीण क्षेत्र के 13 लाख घरों में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत नल से जल उपलब्ध करवाकर राजस्थान के प्रत्येक घर तक नल से जल पहुंचा दिया जाएगा। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने बताया कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत प्रदेश में किए जा रहे कार्यों की गति एवं गुणवत्ता को लेकर विभाग द्वारा सख्त एवं आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। जिसके कारण जल जीवन मिशन कार्यक्रम में किए जा रहे कार्य जल्दी एवं गुणवत्तापूर्ण हो रहे हैं। उन्होंने बताया केंद्र एवं राज्य सरकार के आपसी तालमेल एवं सहयोग से जल जीवन मिशन के कार्यों को आगामी दो वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया गया है।