बाघ शिफ्टिंग के लिए वन विभाग की टीम ने कुंडेरा रेंज में डेरा डाला
सवाई माधोपुर। रणथंभौर से जल्द ही टाइगर की शिफ्टिंग की जाएगी। इसकी तैयारी वन विभाग ने पूरी भी कर ली है। टाइगर शिफ्टिंग के लिए वन विभाग की टीम कुंडेरा रेंज में डेरा डाले हुए है। शुक्रवार शाम से ही वन विभाग की टीम यहां डेरा जमाए हुए है। यहां वन विभाग की टीम टाइगर की मॉनिटरिंग कर रही है। टाइगर को ट्रेंकुलाइज करने के बाद टाइगर को सरिस्का टाइगर रिजर्व ले जाने की संभावना है। टाइगर की शिफ्टिंग को लेकर रामगढ़ विषधारी के डीएफओ संजीव शर्मा सवाई माधोपुर पहुंच चुके हैं। सूत्रों के अनुसार जंगल से पहले टाइगर को सड़क मार्ग से सरिस्का भेजा जाएगा।
इससे पहले पूर्व में रणथंभौर में क्षमता से ज्यादा बाघ बाघिन होने के चलते रणथंभौर के वनाधिकारियों एनटीसीए से बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मांगी थी। इसके बाद एनटीसीए की टीम रणथंभौर पहुंची थी। टीम ने यहां तालड़ा और कुंडेरा रेंज में जायजा लिया था। जायजा लेने के बाद अब जल्दी रणथंभौर से टाइगर शिफ्टिंग की जा रही है। हालांकि वनाधिकारियों ने इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की है कि रणथंभौर कौन से बाघ को शिफ्ट किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रणथंभौर से एक मेल टाइगर को सरिस्का भेजा जा सकता है, जिसकी उम्र लगभग 5 साल है। इधर वन विभाग इस संबंध में तैयारियां करते दिखा है कि टाइगर को सड़क मार्ग से सरिस्का किस तरह भेजा जाएगा। फिलहाल कुंडेरा रेंज में रणथंभौर के सीसीएफ एसआर यादव, डीएफओ संग्राम सिंह, एसीएफ मानस सिंह मौके पर मौजूद हैं।