भाजपा ने रविवार को लोकसभा चुनावों के लिए अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया। पार्टी ने संकल्प पत्र जारी करने के लिए ऐसा समय चुना था, जिससे वह एक साथ कई वर्गों को अपना संदेश दे सके। पार्टी का संकल्प पत्र नवरात्र में बाबा साहब अंबेडकर के जन्मदिन पर जारी किया गया। इसके माध्यम से भाजपा ने हिंदू मतदाताओं के साथ-साथ संविधान को लेकर विपक्ष के द्वारा की जा रही आलोचनाओं का जवाब भी देने की कोशिश की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह संकल्प पत्र को जारी करने के समय नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी का दिन होने की बात कही और इस बात का विशेष तौर पर उल्लेख किया कि कात्यायनी देवी के दोनों हाथों में कमल होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि तीसरी बार सत्ता में आते ही संकल्प पत्र के मुद्दों को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, विपक्ष ने इसे भाजपा सरकार की केंद्र से विदाई का घोषणा पत्र कहा है, जो जनता को कुछ नया देने का वादा करने में विफल रहा है। 

76 पेज के संकल्प पत्र में भाजपा ने पांच साल तक प्रधानमंत्री राशन योजना के जारी रहने, 70 साल तक के बुजुर्गों को आयुष्मान योजना का लाभ देने, उज्जवला योजना को आगे बढ़ाने, लखपति दीदी-ड्रोन दीदी योजना को आगे बढ़ाने और 10 करोड़ किसानों को आर्थिक सहायता जारी रखने की बात कही गई है। यानी संकल्प पत्र में लोकलुभावन मुद्दों को भी शामिल करने की कोशिश की गई है। 

इसके साथ ही पार्टी ने संवेदनशील मुद्दों जैसे एक राष्ट्र, एक चुनाव और समान नागरिक संहिता को लाने का वादा भी किया है। जिस तरह भाजपा ने अनुच्छेद 370, तीन तलाक और राम मंदिर के अपने मुद्दे को पूरा करके दिखाया है, माना जा सकता है कि यदि वह सत्ता में आती है, तो वह अपना वादा पूरा करने में कोई कमी नहीं रखेगी। भाजपा का यह मुद्दा एक विशेष वर्ग खासकर युवाओं के बीच उसकी लोकप्रियता का कारण बन सकता है।  

संकल्प पत्र के बड़े वादे- 

  • समान नागरिक आचार संहिता का वादा।
  • एक राष्ट्र, एक चुनाव का वादा।  
  • भाजपा ने अगले पांच साल तक राशन योजना जारी रखने का वादा किया है। 
  • 70 साल के ऊपर के सभी बुजुर्गों के लिए आयुष्मान योजना देने की बात कही गई है। यानी अब हर वर्ग के 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त देने का वादा किया गया है। 
  • हर घर को मुफ्त बिजली देने और बिजली बेचकर कमाई करने का अवसर देने का वादा करने की बात कही गई है। 
  • मुद्रा योजना का लाभ 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये किए जाने का वादा किया गया है।   
  • ट्रांसजेंडर लोगों को भी मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ। 
  • तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का वादा। 
  • नमो ड्रोन योजना के अंतर्गत महिलाओं को ड्रोन दीदी बनाने का वादा। 
  • सर्वाइकल कैंसर से मुक्ति के लिए अभियान। 
  • कृषि-किसानों को मजबूत करने का वादा। 
  • पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ 10 करोड़ किसानों को जारी रखने का वादा। 
  • श्री अन्न सुपर फूड को आगे बढ़ाएंगे। दो करोड़ किसानों को विशेष लाभ होगा। तिलहन-दलहन उत्पादक किसानों को विशेष लाभ होगा।  
  • फूड प्रोसेसिंग हब बढ़ाए जाएंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने में विशेष मदद मिलेगी। 
  • 2025 में भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन जनजातीय गौरव दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जाएगा।  
  • तमिल भाषा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने का प्रयास होगा। 
  • रेल, सड़क, हवाई क्षेत्र और पर्यटन का विकास किया जाएगा। 
  • इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र का विस्तार। 

हर मुद्दा मोदी की गारंटी से युक्त- राजनाथ सिंह

भाजपा की संकल्प पत्र समिति 2024 का अध्यक्ष वर्तमान गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बनाया गया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसकी संयोजक और पीयूष गोयल सहसंयोजक थे। पार्टी का दावा है कि संकल्प पत्र के लिए उसे 15 लाख सुझाव मिले हैं। जनता से मिले इन्हीं सुझावों के आधार पर 2024 के संकल्प पत्र को तैयार किया गया है। इसमें ग्यान अर्थात गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी के विकास का खाका पेश किया गया है।      

संकल्प पत्र को पेश करने के अवसर पर राजनाथ सिंह ने दावा किया कि पार्टी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों के पूर्व जो वादे किए थे, उन्हें पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि संकल्प पत्र के मुद्दों के लिए पार्टी के चलाए गए रथों, संस्थाओं और व्यक्तियों के द्वारा सुझाव आए। इसके अलावा चार लाख सुझाव नमो एप के माध्यम से आए। कुल मिले 15 लाख सुझावों को 24 ग्रुप में बांटा गया है। इसमें समाज के अलग-अलग वर्गों को विभिन्न मुद्दों के अंतर्गत समाहित करने का प्रयास किया गया है। 

14 सेक्टर में गवर्नेंस के मुद्दे शामिल किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हर मुद्दा मोदी की गारंटी से युक्त है, जो सोने की तरह शुद्ध, पवित्र और इसके पूरे होने की गारंटी है। उन्होंने कहा कि यह भारत के 2047 में देश के विकसित राष्ट्र के रूप में विकसित होने की गारंटी पत्र है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देश और उनकी अगुवाई में इसे तैयार किया गया है। 

नड्डा बोले- आत्मनिर्भर हो रहा देश

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी के संकल्प पत्र 2024 के लोकार्पण के अवसर पर कहा कि देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना लेकर इस संकल्प पत्र को तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले दस सालों में देश लगातार आत्मनिर्भर हो रहा है। अब तक वह कई क्षेत्रों में विदेशों पर निर्भर करता था, लेकिन कोरोना काल में दो वैक्सीन रिकॉर्ड समय में देकर देश ने अपनी क्षमता साबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि 'मोदी की गारंटी' होने का अर्थ है कि पार्टी चुनावों में जनता से जो वादा करती है, उसे अवश्य पूरा किया जाएगा।          

कांग्रेस का घोषणा पत्र ज्यादा मजबूत

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रितु चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पिछले 10 साल में देश में युवाओं को रोजगार और गरीबों को न्याय देने में असफल रही है। इस संकल्प पत्र में भी ज्यादातर पिछली बातों को ही दोहराया गया है। राशन योजना को आगे पांच साल तक जारी रखने की घोषणा पहले ही की जा चुकी थी। ऐसे में इसे संकल्प पत्र में दोहराने का कोई अर्थ नहीं रहता। इसी तरह किसानों को सम्मान निधि के नाम पर दी जाने वाली छोटी सी सहायता को भी केवल दोहराने का काम किया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा भी जानती है कि वह अब सत्ता में नहीं आने वाली, इसीलिए उसने कोई नई घोषणा नहीं की। 

रितु चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के विजन को ध्यान में रखते हुए महिलाओं, गरीबों और युवाओं को न्याय देने की बात कही है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में हर महिला को एक लाख रुपये प्रति वर्ष सहायता देने की बात कही गई है। जबकि भाजपा ने किसी भी वर्ग को मजबूत सहायता देने की कोई घोषणा नहीं की। इसी से साबित होता है कि भाजपा सरकार किसी वर्ग के विकास के लिए प्रतिबद्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा सरकार की केंद्र से विदाई का घोषणा पत्र है।        

यूसीसी से हिंदू जनता को क्या लाभ- सपा 

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मोहम्मद आजम ने अमर उजाला से कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने पिछले 10 साल के कामकाज में अपना वादा नहीं निभाया है। रोजगार देने और गरीबी दूर करने का वादा पूरा नहीं हो पाया है। इसीलिए भाजपा ने समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों को उछालने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों के पीछे केंद्र सरकार अपनी कमी छिपाने की कोशिश कर रही है। इसके बहाने वह एक वर्ग को खुश करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता के लिए रोटी-रोजगार प्राथमिकता है, हिंदू जनता को भी समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों को लाने से उसका कोई लाभ नहीं होगा।