ईवीएम में बंद होंगे अफसरों के परिजनों के भाग्य
भोपाल । प्रदेश में शुक्रवार को होने वाले मतदान के लिए नायब तहसीलदार के ससुर, तीन डीएसपी और एसडीओपी के भाई और साले तथा एक डीएसपी के भाई चुनाव मैदान में हैं। इन अधिकारियों के परिजनों के चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने की जानकारी के बाद भी चुनाव आयोग ने इनकी फील्ड वाली पदस्थापना में कोई बदलाव नहीं किया है। इसकी वजह अफसरों की पदस्थापना चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के दूसरे जिले से चुनाव मैदान में होना बताई जा रही है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने अधिकारियों द्वारा दी गई सूचना के बाद इसकी जानकारी दो दिन पहले चुनाव आयोग को भेजी है। इन अफसरों के परिजन और रिश्तेदार कांग्रेस, भाजपा और विन्ध्य जनता पार्टी से प्रत्याशी हैं। चुनाव आयोग सूत्रों का कहना है कि भीकनगांव जिला खरगोन में पदस्थ एसडीओपी राकेश आर्य और खरगोन जिले में आजाक शाखा में पदस्थ डीएसपी वर्षा सोलंकी ने अपने रिश्तेदार के चुनाव लडऩे की जानकारी दी है। आर्य ने कहा है कि उनकी पत्नी वर्षा सोलंकी डीएसपी हैं। उनके भाई मोंटू सोलंकी बड़वानी जिले के सेंधवा में कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। वर्षा ने भी अपने भाई मोंटू के चुनाव लडऩे की जानकारी दी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया झाबुआ से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके भाई संदीप भूरिया डीएसपी हैं। संदीप ने भी अपने भाई के चुनाव लडऩे की जानकारी दी है लेकिन संदीप कहीं फील्ड की पोस्टिंग में नहीं हैं। वे पीएचक्यू में पदस्थ हैं। इसलिए उनके मामले में आयोग को जानकारी दी गई है।
सिंगरौली जिले के अशोक सिंह परिहार मोरबा थाने में टीआई हैं। मोरबा थाना प्रभारी ने शासन को सूचना देकर बताया है कि उनकी पत्नी के भाई और उनके साले मनोज कुमार सिंह विन्ध्य जनता पार्टी से सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह नायब तहसीलदार मुलताई जिला बैतूल भगवानदास कुमरे ने चुनाव आयोग को बताया है कि जुन्नारदेव से भाजपा के प्रत्याशी नत्थन शाह कवरेती से उनके ससुर के बड़े भाई का रिश्ता है। अपने ससुर के भाई के चुनाव लडऩे के चलते कुमरे ने निर्वाचन से मुक्त होने को लेकर मार्गदर्शन भी मांगा है। हालांकि चुनाव आयोग ने अब तक इन सभी के मामले में किसी तरह के एक्शन के निर्देश जारी नहीं किए हैं।
इधर एक ऐसा भी मामला सामने आया जिसमें टीआई को हटा दिया गया। दरअसल खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रूपाली बारे से जुड़ा है। खंडवा जिले के पिपलोद थाने में पदस्थ टीआई अनोखी सिंह सिंथिया को इसलिए स्थानांतरित होना पड़ा कि उनके भाई की साली उसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही है।