गिरोह को खाता किराए पर देने वाला जयपुर से गिरफ्तार मैकेनिक रिमांड पर


भोपाल। राजधानी भोपाल के रातीबड़ थाना इलाके में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा ने बीती 12-13 जुलाई को अपनी पत्नी ऋतु और दो बच्चों सहित सामूहिक रूप से खुदकुशी कर ली थी। सुसाइड नोट में सामने आया कि उन्होंने ऑनलाइन कंपनी से लोन लिया था। ऑनलाइन कंपनी वाले लोन वसूली के लिए उन्हें प्रताड़ित कर रहे थे। उनकी प्रताड़ना से तंग आकर भूपेंद्र ने दिल दहला देने वाला कदम उठाया था। सनसनी के घटना में एसआईटी ने एक आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार किया है। पेशे से मैकेनिक आरोपी खलील के अकाउंट में
विश्वकर्मा के खाते से पैसे जमा हो रहे थे। पुलिस ने उसे जयपुर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर ले लिया है। सूत्रों के मुताबिक आरोपी से पूछताछ में सामने आया है, उसने निजी बैंक में खुलवाया गया अपना अकाउंट गिरोह के मुख्य आरोपी को किराये पर दिया था, इसके लिए उसे दस हजार रुपये मिलते थे। उसकी गिरफ्तारी की भनक लगते मुख्य आरोपी गायब हो गया है। पुलिस ने जब पकड़े गए आरोपी खलील की बैंक डिटेल खंगाली तब सामने आया कि उसके अकाउंट से बीते 2 महीने में करीब दो करोड़ का लेनदेन हुआ है। आरोपी के बैंक डिटेल के आधार पर पुलिस का मानना है, कि गिरोह ने कई अन्य लोगों को भी अपना शिकार बनाया है, जिसका खुलासा पूछताछ में होगा। साइबर अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में निजी बैंक को भी आरोपी बनाया जाएगा कि कैसे केवायसी की है। खाते में एक व्यक्ति के खाते दो माह में दो करोड़ का लेनदेन हुआ और निजी बैंक ने कोई कदम नहीं उठाया।