आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े हर पहलू के बारे में सीख दी है. उन्होंने अपने अनुभवों जीवन से जो भी ज्ञान प्राप्त किया है. उसे चाणक्य नीति में लिखा गया है.आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी लोगों को आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन करने समस्याओं से लड़ने में सहायक मानी जाती हैं. वहीं कहा जाता है कि अगर आपके दिन की शुरुआत अच्छी हो तो आपका पूरा दिन सकारात्मक रहता है आप बेहतर ढंग से काम कर पाते हैं. तो, चलिए देखते हैं कि चाणक्य ने दिन की शुरुआत किस तरह से करने के लिए कहा है.

स्वास्थ्य का ध्यान रखें
कहा जाता है कि पहला सुख निरोगी काया होता है. जो लोग शरीर से दुखी है वह कभी अपने काम सही से नहीं कर सकता. इसलिए, अपने काम में बेहतर प्रदर्शन करने सफलता प्राप्त करने के लिए आपको अपनी सेहत का भी अच्छे से ख्याल रखना चाहिए. इससे आप स्वस्थ शरीर से अपनी प्रतिभा को भी निखार पाएंगे. इसलिए, रोज सुबह उठकर अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रयास करें.

रूपरेखा करें तैयार
चाणक्य नीति के अनुसार, लोगों को सुबह सबसे पहले अपने पूरे दिन के काम की रूपरेखा बनानी चाहिए. क्योंकि, यदि व्यक्ति के दिमाग में पूरे दिन की एक योजना तैयार होगी तो उसे कार्यों में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

मजबूत इरादा रखें
चाणक्य नीति के मुताबिक, जीवन में सफलता हासिल करने के लिए व्यक्ति को अपने इरादे मजबूत रखने चाहिएं. क्योंकि, अगर किसी काम को आप पूरी लगन मजबूत नीयत से नहीं करेंगे तब तक आप अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर सकते है.

समय का प्रबंधन है जरुरी
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो लोग समय की कीमत को नहीं पहचान पाते हैं. उसे जीवन में कभी तरक्की नहीं मिल सकती है. इसलिए, अपने सभी काम को समय के साथ पूरा करेंगे तो आपको उसमें सफलता के साथ-साथ सम्मान धन लाभ भी होता है. क्योंकि गुजरा हुआ वक्त कभी लौटकर नहीं आता. फिर, आप केवल पछताते  रह जाते हैं.