स्कूलों का 50 प्रतिशत भी पाठ्यक्रम पूरा नहीं हुआ
भोपाल । सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं तक की छमाही परीक्षाएं छह दिसंबर से शुरू हो रही है। इस बार स्कूल शिक्षा विभाग में स्थानांतरण, वरिष्ठता सूची जारी करने व विधानसभा चुनाव के चलते स्कूलों में पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो सका है।अधिकत्तर स्कूलों में 50 फीसद से भी कम पाठ्यक्रम पूरा हुआ है। स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए जाने और शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगाए जाने के कारण फिलहाल शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। पिछले सालों में छमाही परीक्षा तक पाठ्यक्रम लगभग पूरा हो जाता था। दिसंबर से रिवीजन और अतिरिक्त कक्षाएं लगनी शुरू हो जाती थी। नौवीं-दसवीं की परीक्षा छह दिसंबर से शुरू होकर 15 दिसंबर को समाप्त होगी। परीक्षा का समय सुबह नौ से 12 बजे तक रहेगा।वहीं,11वीं-12वीं की परीक्षा 6 दिसंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर को समाप्त होगी।
परीक्षा का समय प्रश्र-पत्रों के अनुसार अलग-अलग रखा गया है। कुछ परीक्षाओं का समय सुबह 9 से 12 बजे व कुछ प्रश्र-पत्रों का समय दोपहर 2 से 5 बजे तक रहेगा। नौवीं-10वीं की प्रायोगिक परीक्षाएं छह से 15 दिसंबर के बीच व 11वीं-12वीं की छह से 16 दिसंबर के बीच होगी। आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का लाभ 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षा में मिलेगा।
स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए गए हैं और शिक्षकों को ड्यूटी भी चुनाव में लगाई गई है। दीपावली की छुट्टी 10 से 15 नवंबर तक छह दिन की थी, लेकिन चुनाव के चलते फिलहाल 20 नवंबर के बाद ही पढ़ाई शुरू हो सकेगी।16 नवंबर को मतदान दल अपने कार्यस्थल पर रवाना हुई और 17 नवंबर को चुनाव है।इसके बाद दिसंबर में छमाही परीक्षा शुरू हो जाएगी। वहीं दिसंबर में करीब एक हफ्ते का समय बालरंग व शीतकालीन अवकाश में चला जाएगा। विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए जनवरी का समय ही मिल पाएगा।