छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड में भी शराब घोटाले की जांच में ईडी की एंट्री हो गई है। ईडी के अधिकारी मनी लाॅड्रिंग के एंगल पर पूरे मामले को देख रहे हैं। इसी सिलसिले में बुधवार को झारखंड, बंगाल में बड़ी छापेमारी शुरू हो चुकी है।

दोनों राज्‍यों के 32 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, उनके बेटे रोहित उरांव, शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी से जुड़े दोनों राज्यों के 32 ठिकानों पर ईडी ने बुधवार की सुबह से ही छापेमारी तेज कर दी है।

ये ठिकाने रांची, देवघर, धनबाद, दुमका व कोलकाता में हैं। सुबह करीब साढ़े छह बजे से ही ईडी की टीम संबंधित सभी ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। सर्च जारी है।

वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव का राज्य के शराब कारोबार में बड़ा निवेश बताया जा रहा है। ईडी के सूत्रों की माने तो उसने योंगेंद्र तिवारी के माध्यम से इस व्यवसाय में बड़ी रकम लगाई है।

ईडी ने शराब घोटाले में योगेंद्र तिवारी व प्रेम प्रकाश तथा अन्य की भूमिका की प्रारंभिक जांच के बाद इस घोटाले की जांच में जुटी है। पूर्व में 21 मार्च की आयकर विभाग की छापेमारी में यह खुलासा हो गया था कि शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी ने करीब 15 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति अर्जित की है।

मंत्री रामेश्वर उरांव का रांची स्थित आवास, योगेंद्र तिवारी के दुमका के गिलानपाड़ा चौक स्थित व्यवसायिक कार्यालय, टाटा शोरूम चौक पर स्थित तनिष्क शोरूम, खिजुरिया में तिवारी ऑटो मोबाइल, कुम्हारपाड़ा में पप्पू शर्मा व अनिल सिंह का आवास, नेक्सजेन के विनय सिंह के यहां छापेमारी की जाने की खबर है।