राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला लिया है। कोविड के खतरे को देखते हुए ही 12वीं बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं स्कूल लेवल पर ही आयोजित कराने का निर्णय किया है। पिछले साल भी कोरोना के चलते स्कूल लेवल पर प्रैक्टिकल एग्जाम करा लिए गए थे। यानी ऐसा लगातार दूसरे साल हो रहा है। 

 प्रायोगिक परीक्षाएं 17 जनवरी से 5 फरवरी के बीच आयोजित कराई जाएंगी। बोर्ड ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।स्कूलों को विषयवार प्रायोगिक परीक्षा सम्पन्न कराकर विषयाध्यापक द्वारा उत्तरपुस्तिकाओं का मार्किंग कर उसके द्वारा ली गई परीक्षा के अंक, अन्तिम बैच की ली गई परीक्षा से दो दिवस में बोर्ड को ऑनलाइन भेजी जाएगी।

NTSE परीक्षा भी टाल चुका है बोर्ड
आरबीएसई और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के प्रथम चरण की परीक्षा 16 जनवरी, 2022 को होनी थी। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद से आदेश जारी कर आगामी आदेशों तक उक्त परीक्षा को स्थगित कर दिया। राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते यह फैसला लिया गया।

क्या होगा इस बार 5वीं और 8वीं के छात्रों का
राजस्थान बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, अजमेर ने इस बार कक्षा 8 व कक्षा 5 के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा लेने का फैसला किया था लेकिन कोरोना के चलते इन परीक्षाओं पर खतरा मंडरा रहा है। पिछली बार कोरोना के चलते 5वीं और 8वीं के छात्रों की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं और छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का फैसला किया गया था। पिछले दो साल से महामारी के कारण छात्रों की परीक्षाएं नहीं हो पा रही हैं। 

आपको बता दें कि राजस्थान में कोरोना की मार तेज होती जा रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 550 मामले सामने आए हैं। इसमें ओमिक्रॉन के 53 नए मरीज भी शामिल हैं। ओमिक्रॉन के नए मरीज जयपुर, प्रतापगढ़ समेत 6 जिलों में मिले हैं। राज्य में अब इस नए वैरिएंट से संक्रमितों की संख्या 174 हो गई।