1 अगस्त को सावन का मंगला गौरी व्रत किया जाए तो जो कि माता गौरी की पूजा आराधना को समर्पित होता हैं इस दिन महिलाएं उपवास आदि रखते हुए देवी मां की विधि विधान से पूजा करती हैं माना जाता हैं कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से साधक को उत्तम फलों की प्राप्ति होती हैं और कष्टों में कमी आती हैं।

साथ ही साथ सावन के मंगलवार के दिन पड़ने वाले मंगला गौरी व्रत को करने से विवाह आदि में आने वाली समस्याएं दूर हो जाती हैं, शीघ्र विवाह के योग बनते हैं और दांपत्य जीवन में मधुरता आती हैं। इस दिन पूजा पाठ और व्रत के अलावा कुछ उपायों को भी करना लाभकारी माना जाता हैं, तो आज हम आपको मंगला गौरी पर किए जाने वाले कुछ आसान उपाय बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।

मंगला गौरी व्रत पर करें ये उपाय-
अगर आपके विवाह में कोई अड़चन आ रही हैं या फिर शीघ्र विवाह के योग नहीं बन रहे हैं, तो ऐसे में सावन के महीने में पड़ने वाले मंगलवार के दिन मंगला गौरी का व्रत जरूर करें साथ ही पूजा पाठ के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को लाल मसूर की दाल के साथ लाल वस्त्र का दान करें। माना जाता हैं कि इस उपाय को करने से विवाह में आने वाली हर बाधा दूर हो जाती हैं साथ ही शीघ्र विवाह के योग बनने लगते हैं इसके अलावा कुंडली का मंगल भी मजबूत होकर शुभ फल प्रदान करता हैं।

वही अधिकमास में पड़ने वाले मंगला गौरी व्रत के दिन पूजा के दौरान 'ओम गौरीशंकराय नम:' इस मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से देवी मां गौरी और भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती हैं और शादीशुदा जीवन की परेशानियां दूर हो जाती हैं। मंगला गौरी व्रत वाले दिन अगर रामचरितमानस के सुंदरकांड का पाठ किया जाए तो हनुमान जी की कृपा मिलती हैं साथ ही मंगल दोष का भी निवारण हो जाता हैं इसके अलावा माता गौरी भी प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करती हैं।